पालतू कुत्ते के काटने से युवक की मौत
तीन महीने पहले युवक को पालतू कुत्ते ने काट लिया था। उस समय तो युवक घरेलू उपचार करनिश्चित हो गया। दो दिन पहले रैबीज ने असर दिखाया तो उसकी हालत तेजी से बिगड़ती गई। जिले से लेकर लखनऊ तक के चिकित्सकों को दिखाया गया लेकिन जान नहीं बच सकी।
पीलीभीत,जेएनएन : तीन महीने पहले युवक को पालतू कुत्ते ने काट लिया था। उस समय तो युवक घरेलू उपचार करनिश्चित हो गया। दो दिन पहले रैबीज ने असर दिखाया तो उसकी हालत तेजी से बिगड़ती गई। जिले से लेकर लखनऊ तक के चिकित्सकों को दिखाया गया लेकिन जान नहीं बच सकी।
माधोटांडा निवासी सेवानिवृत्त पोस्टमास्टर खंजन लाल के अनुसार पुत्र भारत भूषण शर्मा कई महीने पहले एक कुत्ता पालने के लिए लाया था। अब से करीब तीन माह पूर्व वह पालतू कुत्ते के साथ खेल रहा था। खेल-खेल में ही कुत्ते ने उसको दांत गड़ा दिया। उसने यह सोचकर एंटी रैबीज इंजेक्शन लगवाने की जरूरत नहीं समझी कि कुत्ता पालतू है और अभी काफी छोटा है। ऐसे में घरेलू व देसी इलाज कर लिया। उस समय तो वह ठीक हो गया और सामान्य ढंग से खेती का कामकाज करने लगा। दो दिन पहले अचानक उसकी तबीयत बिगड़ गई। पानी देखते ही उसे डर लगने लगा। जब स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर ले गए वहां चिकित्सक ने बताया कि इस पर रैबीज का असर हो गया है। जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया। जिला अस्पताल लेकर पहुंचे और बरेली ले जाने की सलाह दी गई। बरेली में ले जाकर एक निजी चिकित्सक को दिखाया तो उसने इलाज करने से मना कर दिया। तब बेटे को लेकर लखनऊ गए लेकिन वहां भी इलाज नहीं मिला। शनिवार की रात उसे लेकर घर लौट रहे थे, तभी रास्ते में दम तोड़ दिया।