हरियाली के साथ देवहा में प्रदूषण की होगी रोकथाम
पीलीभीतजेएनएन शहर के जिस स्थान को लोग गंदगी और कूड़े के पहाड़ जैसे ढेर के तौर पर पहचानते रहे उसकी तस्वीर तेजी से बदल रही है। अब वहां डलाव घर नहीं बल्कि आकर्षक उपवन नजर आएगा। यह स्थल देवहा नदी के तट पर होने के कारण इसका नामकरण देवाहुति उपवन किया गया है। इधर से गुजरने वाले राहगीरों को पहले कूड़े से उठती दुर्गंध के कारण नाक पर रुमाल रखना पड़ जाता है अब चंद दिन बाद ही इसके आकर्षण से लोग खिचे चले आएंगे। देवाहुति उपवन से देवहा नदी में प्रदूषण की रोकथाम हो सकेगीक्योंकि नगर पालिका की ओर से पहले कूड़े का ढेर नदी तट पर लगाया जा रहा था।
पीलीभीत,जेएनएन : शहर के जिस स्थान को लोग गंदगी और कूड़े के पहाड़ जैसे ढेर के तौर पर पहचानते रहे, उसकी तस्वीर तेजी से बदल रही है। अब वहां डलाव घर नहीं बल्कि आकर्षक उपवन नजर आएगा। यह स्थल देवहा नदी के तट पर होने के कारण इसका नामकरण देवाहुति उपवन किया गया है। इधर से गुजरने वाले राहगीरों को पहले कूड़े से उठती दुर्गंध के कारण नाक पर रुमाल रखना पड़ जाता है, अब चंद दिन बाद ही इसके आकर्षण से लोग खिचे चले आएंगे। देवाहुति उपवन से देवहा नदी में प्रदूषण की रोकथाम हो सकेगी,क्योंकि नगर पालिका की ओर से पहले कूड़े का ढेर नदी तट पर लगाया जा रहा था।
शहर में रोडवेज बस स्टेशन से ईदगाह क्रासिग की ओर जाने वाले मार्ग पर राजकीय बालक छात्रावास के सामने नगर पालिका ने डलाव घर बना रखा था। कई दशकों से नगर पालिका के सफाई कर्मचारी शहर का सारा कूड़ा ट्रालियों में भरकर वहीं उड़ेलते रहे हैं। इस कारण देवहा नदी का यह तट नगर पालिका परिषद का डलावघर बन गया। कूड़े से उठती दुर्गंध के कारण राहगीर तो रुमाल से नाक ढककर निकल जाते थे लेकिन सबसे ज्यादा दिक्कत सामने ही सड़क पार राजकीय बालक छात्रावास में रहने वाले विद्यार्थियों को होती रही है। सड़ने वाले कूड़े के ढेर से हवा के झोंकों के साथ छात्रावास में आने वाली दुर्गंध से विद्यार्थी परेशान रहा करते थे। इस डलावघर के खिलाफ छात्रों ने कई बार आंदोलन किए लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। कुछ समय पहले निरीक्षण पर निकले जिलाधिकारी पुलकित खरे से कई जागरूक लोगों ने इस स्थल के बारे में जानकारी दी। यहां उड़ेला जाने वाला कूड़ा बढ़ते बढ़ते देवहा नदी में समाने लगा था। ऐसे में डीएम के निर्देश पर सारा कूड़ा हटाने के साथ ही वहां सफाई कराई गई। डीएम के प्रयासों से उस स्थल का कायाकल्प हो रहा है। देवहा नदी का तट होने के कारण वहां पर देवाहुति उपवन विकसित किया जा रहा है। इसके बन जाने से देवहा नदी में प्रदूषण की भी रोकथाम हो सकेगी। साथ ही लोगों के घूमने फिरने के लिए यह भी एक अच्छा स्थल बन जाएगा। डीएम ने गत दिवस देवाहुति उपवन में चल रहे कार्यों का निरीक्षण कर दो अक्टूबर से पहले सभी कार्य पूर्ण कराने के निर्देश दिए। गांधी जयंती पर देवाहुति उपवन का लोकार्पण किए जाने की तैयारी चल रही है।