नदी में 1.14 लाख क्यूसेक छोड़ा पानी
पहाड़ों पर हुई बारिश से शारदा नदी में 1.14 लाख क्यूसेक पानी डिस्चार्ज हो रहा है। नदी का जलस्तर बढ़ गया है। हालांकि अभी राहुलनगर में कटान थमा है। बारिश न होने की वजह से शारदा के जलस्तर में शनिवार की रात से काफी कमी आई थी। उधर भाकपा माले का नौवें दिन भी मांगों को लेकर धरना जारी रहा।
पीलीभीत,जेएनएन: पहाड़ों पर हुई बारिश से शारदा नदी में 1.14 लाख क्यूसेक पानी डिस्चार्ज हो रहा है। नदी का जलस्तर बढ़ गया है। हालांकि अभी राहुलनगर में कटान थमा है। बारिश न होने की वजह से शारदा के जलस्तर में शनिवार की रात से काफी कमी आई थी। उधर भाकपा माले का नौवें दिन भी मांगों को लेकर धरना जारी रहा।
राहुलनगर में नदी पिछले कुछ दिनों से शारदा किसानों की फसलों समेत जमीन काट रही थी। इसके चलते किसानों ने भी हरी भरी फसल उजाड़कर कर मवेशियों के लिए उसका चारा बनाना शुरू कर दिया था। विभाग की तरफ से बचाव कार्य न होने से ग्रामीण खुद सीमेंट के खाली कट्टों में बालू भरकर कटान रोकने की जुगत में जुटे हुए हैं। शनिवार की रात से नदी में पानी का स्तर काफी कम होने के कारण कटान पूरी तरह से रूक गया है। कार सेवा के जरिये काम कर रहे ग्रामीणों को भी सहूलियत हो गई है। जिस जगह पर कटान हो रहा है वहां आसानी से कट्टे लगाए जा रहे हैं। मंगलवार को वनबसा बैराज से नदी में 1.14 लाख क्यूसेक पानी चल रहा है। तीन बजे एक लाख क्यूसेक के करीब पानी शारदा में छोड़ा गया है। शारदा नदी का जलस्तर बढ़ गया है। हालांकि कटान थमा हुआ है। राहुलनगर में स्थायी ठोकर और भूमिधरी का अधिकार दिए जाने को लेकर भाकपा माले के बैनर तले चल रहा क्रमिक अनशन नौवें दिन भी जारी रहा। ग्रामीणों ने दोनों मांगें पूरी न होने तक आंदोलन जारी रखने की बात कही। अधिकारियों के अनशन पर न पहुंचने से आंदोलनकारियों में रोष देखा जा रहा है। उपजिलाधिकारी राजेन्द्र प्रसाद ने बताया कि वह शारदापार ही सर्वे को लेकर हैं। नदी का जलस्तर सामान्य है। कटान नहीं हो रहा है।