ड्रोन कैमरे से परखी जाएगी सर्वेक्षण की हकीकत
गांवों में संपत्ति के स्वामित्व योजना के तहत राजस्व विभाग लेखपालों के माध्यम से सर्वेक्षण करा रहा है। यह सर्वेक्षण अब अंतिम चरण में पहुंच चुका है। लेखपालों से प्राप्त सर्वेक्षण रिपोर्ट का सत्यापन करने के लिए ड्रोन कैमरे का सहारा लिया जाएगा।
पीलीभीत,जेएनएन : गांवों में संपत्ति के स्वामित्व योजना के तहत राजस्व विभाग लेखपालों के माध्यम से सर्वेक्षण करा रहा है। यह सर्वेक्षण अब अंतिम चरण में पहुंच चुका है। लेखपालों से प्राप्त सर्वेक्षण रिपोर्ट का सत्यापन करने के लिए ड्रोन कैमरे का सहारा लिया जाएगा।
शासन की योजना के तहत गांवों में रहने वाले लोगों को उनकी संपत्ति का अधिकार मिलेगा। इस योजना में क्षेत्र के कुछ गांव चयनित किए गए हैं। अमरिया तहसील के लेखपाल चयनित गांवों में लोगों की संपत्ति का सर्वेक्षण कर रहे हैं। सर्वेक्षण कार्य अब अंतिम दौर में है, इसके बाद सभी लेखपाल अपनी रिपोर्ट तहसील में जमा करेंगे। जिलाधिकारी के माध्यम से रिपोर्ट शासन को भेजी जाएगी। स्वामित्व योजना के तहत ऐसे लोगों को स्वामित्व दिया जाएगा जो लोग सैकड़ों साल पहले आबादी में रहने लगे थे। किसी सरकारी या जमीन बंजर जमीन पर रहने वाले लोगों को स्वामित्व योजना का लाभ नहीं मिल पाएगा। अमरिया तहसील क्षेत्र में ऐसे 48 गांव चिन्हित किए गए हैं, जिनका सर्वे लेखपालों ने लगभग पूरा कर लिया है। जल्द ही लेखपाल सर्वेक्षण रिपोर्ट तहसील में जमा कर देंगे। उसके बाद लेखपालों के सर्वेक्षण की जमीनी हकीकत परखने के लिए ड्रोन कैमरे से उन गांवों में स्वामित्व योजना के तहत हुए सर्वेक्षण का सत्यापन कराया जाएगा। मझोला क्षेत्र के गांव भिडारा, भगतंनिया फार्म, हरदासपुर, हररायपुर, उदयपुर समेत 48 गांव हैं, जिनकी जांच ड्रोन कैमरे से की जाएगी। योजना के पात्र ग्रामीणों को स्वामित्व कार्ड वितरित किए जाएंगे। अमरिया तहसील के उपजिलाधिकारी चंद्रभानु सिंह का कहना है कि लेखपालों ने किए सर्वेक्षण की जांच ड्रोन कैमरे से कराई जाएगी। उसके बाद रिपोर्ट जिलाधिकारी को सौंप दी जाएगी। डीएम इसे शासन को भेजेंगे। स्वीकृति के उपरांत स्वामित्व योजना के कार्ड वितरित किए जाएंगे।