वैज्ञानिक विक्रम साराभाई की जयंती मनाई
अंतरिक्ष विज्ञान के पितामह महान वैज्ञानिक विक्रम अंबालाल साराभाई की जयंती मनाई गई।
जेएनएन, पीलीभीत: समाधान विकास समिति विपिनेट क्लब के तत्वावधान में अंतरिक्ष विज्ञान के पितामह महान वैज्ञानिक विक्रम अंबालाल साराभाई की जयंती मनाई गई।
परंपराओं से किशोर पीढ़ी को अवगत कराने के अभियान के अंतर्गत पूर्व माध्यमिक विद्यालय अशरफ खान में भारतीय अंतरिक्ष विज्ञान के पितामह महान वैज्ञानिक का नमन कर विज्ञान में उनके योगदान को याद किया गया। कार्यक्रम में शिक्षिका फहमीदा बानो, तिलत मुज्तबा, व श्रुति वर्मा ने बताया कि उन्होंने अल्फा कणों पर अध्ययन प्रारंभ किया। मौसम विज्ञान पर शोध कार्य किया। साराभाई केमिकल्स के नाम से औषधि उद्योग की स्थापना की। उनका विश्वास था कि भारत के विकास के लिए उद्योगों को बढ़ाना बहुत आवश्यक है। उद्योगों में कंप्यूटर का प्रयोग करने वाले वह प्रथम वैज्ञानिक थे। अंतरिक्ष विज्ञान के क्षेत्र में थुंबा में उन्होंने रॉकेट लॉन्चिग केंद्र की स्थापना की। श्री हरिकोटा में राकेट प्रक्षेपण केंद्र की स्थापना की। उन्होंने बताया कि डॉक्टर साराभाई का सपना था कि सेटेलाइट और दूरदर्शन को शिक्षा के लिए उपयोग किया जाए। वह इसके लिए निरंतर प्रयासरत रहे। उनके प्रयास आज सार्थक हो रहे हैं। वह प्रवर्तक वैज्ञानिक, भविष्य ²ष्टा, औद्योगिक प्रबंधन, देश के आíथक, शैक्षिक एवं सामाजिक उत्थान के लिए, संस्थाओं की स्थापना करने के लिए अमर हैं। विज्ञान एवं अभियांत्रिकी के क्षेत्र में उन्हें पद्म भूषण 1966 में तथा 1972 में पद्म विभूषण प्रदान किया गया। इस अवसर पर प्रधानाध्यापिका यामिनी मिश्रा द्वारा प्रश्नोत्तरी आयोजन किया गया। जिसमें हुमा अल्वी, निदा, रमीशा, इलमा, रिफा ,काजल सादिया फारिया द्वारा श्रेष्ठता दिखाई। इन्हें प्रशस्ति पत्र व पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। समन्वयक लक्ष्मीकांत शर्मा ने बताया कि वैज्ञानिकों के कार्यकलाप जानकार किशोर पीढ़ी शोध कार्य की ओर प्रेरित होती है।