Move to Jagran APP

बीएसए कार्यालय कर्मी का रुपये लेते वीडियो वायरल

पीलीभीतजेएनएन परिषदीय विद्यालयों के शिक्षकों से बेसिक शिक्षा विभाग के बाबुओं द्वारा जमकर उगाही की जा रही है। एरियर के नाम पर सुविधा शुल्क लेने के मामले में शनिवार की शाम इंटरनेट मीडिया एक वीडियो वायरल हो रहा है। वीडियो में वित्त एवं लेखाधिकारी कार्यालय से संबद्ध कंप्यूटर आपरेटर नवल कपूर एक व्यक्ति से छह हजार रुपये लेते दिखाई दे रहे हैं। वीडियो में किसी शिक्षक का एरियर निकालने व एक अन्य कर्मी के रुके हुए भुगतान कराने को लेकर बातचीत हो रही है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 16 Oct 2021 11:06 PM (IST)Updated: Sat, 16 Oct 2021 11:06 PM (IST)
बीएसए कार्यालय कर्मी का रुपये लेते वीडियो वायरल

पीलीभीत,जेएनएन: परिषदीय विद्यालयों के शिक्षकों से बेसिक शिक्षा विभाग के बाबुओं द्वारा जमकर उगाही की जा रही है। एरियर के नाम पर सुविधा शुल्क लेने के मामले में शनिवार की शाम इंटरनेट मीडिया एक वीडियो वायरल हो रहा है। वीडियो में वित्त एवं लेखाधिकारी कार्यालय से संबद्ध कंप्यूटर आपरेटर नवल कपूर एक व्यक्ति से छह हजार रुपये लेते दिखाई दे रहे हैं। वीडियो में किसी शिक्षक का एरियर निकालने व एक अन्य कर्मी के रुके हुए भुगतान कराने को लेकर बातचीत हो रही है। पांच वर्षों से संबद्ध: वित्त एवं लेखाधिकारी कार्यालय में नवल का गत पांच वर्षों से संबद्धीकरण चल रहा है जबकि सरकारी कार्यालयों में कर्मचारियों के संबद्धीकरण का नियम नहीं है। इसके बाद भी नवल का संबद्धीकरण चलता रहा। नवल की मूल तैनाती जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय में कंप्यूटर आपरेटर के पद पर है। हर भुगतान के लिए कमीशन: वित्त एवं लेखाधिकारी कार्यालय में शिक्षकों का शोषण किसी से छिपा नहीं है। कार्यालय में हर भुगतान के लिए बाबुओं से लेकर अधिकारियों तक का कमीशन तय है। एरियर से लेकर अन्य भुगतान पर वित्त एवं लेखाधिकारी कार्यालय में10 प्रतिशत तक कमीशन लिया जाता है। सैकड़ों शिक्षकों का रोका एरियर: 69000 शिक्षक भर्ती में चयनित होकर नियुक्त हुए सैकड़ों सहायक अध्यापकों का एरियर नियुक्ति के साल भर बाद भी नहीं मिल पाया है। शिक्षकों से एरियर का बजट न होने का बहाना बनाया जा रहा है। हालांकि अगर कोई शिक्षक सुविधा शुल्क उपलब्ध करा रहा है तो उसके एरियर का भुगतान कर दिया जा रहा है। ऐसे में शिक्षकों भेदभाव, विसंगति व शोषण का शिकार होना पड़ रहा है। वित्त एवं लेखाधिकारी नहीं मानते

loksabha election banner

वीडियो में रुपये देने वाला व्यक्ति पहले पांच हजार रुपये देता है लेकिन नवल इस पर नहीं मानते। नवल कहते हैं कि रुपये बाद में ले लूंगा लेकिन देना पूरा ही पड़ेगा। कुछ देर में वह एक हजार रुपये बढ़ाकर छह हजार देने की बात कहते हैं। नवल के मुताबिक मेरी मजबूरी है। वित्त एवं लेखाधिकारी के पास जाएंगे तो वह भी नहीं मानेंगे। इसमें मुझे कुछ नहीं बचेगा। ग्रांट नहीं, फिर भी निकाल देंगे एरियर

इंटरनेट मीडिया पर वायरल वीडियो में नवल एरियर के रुपये निकालने के एवज में सुविधा शुल्क लेते दिख रहे हैं। एरियर की ग्रांट न होने के बाबजूद वह एरियर निकलवाने का दावा कर रहे हैं। नवल के मुताबिक उन्होंने बिल तैयार कर लिए हैं। अगले वेतन ग्रांट से एरियर निकाल देंगे। इसके अलावा वीडियो में किसी विभागीय कर्मी लाखन सिंह के रुके हुए भुगतान को लेकर चर्चा हो रही है। नवल उस पर भी जल्द भुगतान कराने का भरोसा दिला रहे हैं। वीडियो वायरल होने का मामला संज्ञान में आया है। कार्यालय कर्मी रुपये लेते दिखाई दे रहा है। इसमें निश्चित कार्रवाई की जाएगी। - चंद्रकेश सिंह, बीएसए


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.