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जहानाबाद के ट्रक चालक की उड़ीसा में मौत

जहानाबाद थाना क्षेत्र के गांव सियावाड़ीपट्टी निवासी ट्रक चालक भगवानदास की उड़ीसा में संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई है। उड़ीसा पुलिस ने मार्ग दुर्घटना में मौत होना बताया है जबकि मृतक चालक की बेटी ने हत्या का आरोप लगाया है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 27 Sep 2020 12:08 AM (IST)Updated: Sun, 27 Sep 2020 05:02 AM (IST)
जहानाबाद के ट्रक चालक की उड़ीसा में मौत

पीलीभीत,जेएनएन : जहानाबाद थाना क्षेत्र के गांव सियावाड़ीपट्टी निवासी ट्रक चालक भगवानदास की उड़ीसा में संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई है। उड़ीसा पुलिस ने मार्ग दुर्घटना में मौत होना बताया है जबकि मृतक चालक की बेटी ने हत्या का आरोप लगाया है। भगवानदास ट्रक चलाकर परिवार का गुजारा करते थे। वह 11 सितंबर को गांव के ही राकेश, रंजीत व पड़ोस के गांव सिसैया निवासी गुड्डू के साथ झारखंड गए थे। झारखंड में जिला हजारी बाग में बरी नामक स्थान पर यह कहकर साथियों से अलग हो गए कि उन्हें उड़ीसा जाकर एक ट्रांसपोर्ट कंपनी का ट्रक चलाना है। मृतक ट्रक चालक की बड़ी बेटी कविता का कहना है कि 15 सितंबर को पिता ने फोन किया था तब वह बेहद घबराए लग रहे थे। उन्होंने फोन पर बताया था कि उड़ीसा में पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया है। पुलिस एनकाउंटर करना चाहती है। अगले ही दिन पिता के ही मोबाइल नंबर से फिर कॉल आई। इस पर फोन वहां की पुलिस ने किया था। पुलिस ने बताया कि भगवानदास की मार्ग दुर्घटना में मौत हो गई है। उड़ीसा के जिला सुंदरगढ़ के थाना वीर मित्रपुर पुलिस का कहना है कि उड़ीसा-झारखंड के बॉर्डर पर सड़क हादसे में ट्रक चालक की मौत हुई है। शव सुरक्षित रखवा लिया गया है। परिवार को फोन पर सूचना दे दी है। उधर थाना जहानाबाद के प्रभारी निरीक्षक हरीशव‌र्द्धन सिंह का कहना है कि ट्रक चालक की बेटी ने पहले दुर्घटना में भगवानदास की मौत होने की बात बताई। फिर बाद में उसने पिता से फोन पर हुई बातचीत का ऑडियो टेप भेजा है। इसमें जो बातें चालक कह रहा है, उससे संदेह हो रहा है। मामले की जांच करके रिपोर्ट एसपी जय प्रकाश को प्रेषित करेंगे। फिर जैसा उच्चाधिकारियों का निर्देश मिलेगा, उसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी।

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वायरल ऑडियो में पिता-पुत्री के बीच भावुक संवाद

ट्रक चालक भगवानदास की मौत से पहले फोन बेटी कविता के पास आता है। उसमें वह बताता है कि उड़ीसा में पुलिस ने पकड़ रखा है, ये लोग एनकाउंटर करने की योजना बना रहे हैं। यह सुनकर बेटी रोने लगती है। वह कहती है कि पापा फिर हम लोग क्या करेंगे। तब भावुक होते हुए पिता कह रहे हैं कि गेहूं में डालने वाली दवा चुपचाप ले आना। परिवार में सबको खिला देना, जिससे फिर कोई नहीं रह जाएगा। ट्रक चालक के परिवार में दो बेटियां कविता व ज्योति तथा दो बेटे सुखदेव व सर्वेश हैं। पत्नी गीता देवी समेत सभी बच्चों को रो-रोकर बुरा हाल है। भगवानदास अपने परिवार में अकेला कमाने वाला था।


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