यातायात नियमों के पालन से बचेगी जान
सड़क पर चल रहे हैं तो यातायात के नियम ही जान बचाए रखेंगे।
पीलीभीत : सड़क पर चल रहे हैं तो यातायात के नियम ही जान बचाए रखेंगे। वाहन चला रहे हैं अथवा पैदल जा रहे हैं। दोनों की स्थितियों में यातायात के नियमों का पालन करना आवश्यक है। पूरी तरह से प्रशिक्षित हो जाने के बाद ही वाहन लेकर सड़क पर उतरें। वाहन चलाने का ज्ञान अधकचरा है तो फिर पूरी तरह सीखना आवश्यक है। सड़कों पर वाहनों की बढ़ती संख्या के मद्देनजर हर उस व्यक्ति के लिए यातायात नियमों का पालन करना सभी के लिए बेहद जरूरी है।
सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी अमिताभ राय के अनुसार अब ड्राइ¨वग लाइसेंस की प्रक्रिया पूरी तरह ऑनलाइन है। पहले लर्निंग का ही लाइसेंस जारी किया जाता है। उसमें भी कंप्यूटर पर एक टेस्ट देना होता है। उसमें पास होना आवश्यक है। उम्र 18 से कम नहीं होनी चाहिए। टेस्ट में जिन सवालों के जवाब देने होते हैं, वे वाहन चालन व यातायात नियमों से संबंधित होते हैं। अगर उनके जवाब सही आते हैं तो यह मान लिया जाता है कि आवेदक को ज्ञान हैं और वह जल्द ही वाहन चलाने में पारंगत हो जाएगा। स्थाई लाइसेंस जारी होने से पहले ड्राइ¨वग का टेस्ट भी लिया जाता है। लर्निंग लाइसेंस के समय ही यह भी देखा जाता है कि आवेदन मानसिक व शारीरिक रूप से पूरी तरह स्वस्थ हो। विशेषकर बड़े कमर्शियल वाहनों के ड्राइवरों को लाइसेंस देने में और अधिक सजगता बरती जाती है। क्योंकि अगर चालक को बड़े वाहन चलाने का विधिवत प्रशिक्षण नहीं मिला है तो वह दुर्घटना कर सकता है। वैसे सभी चालकों को यातायात के नियमों का पाठ पढ़ाया जाता है। साथ ही समय समय पर उन्हें नियमों का पालन का शत-प्रतिशत करने के लिए भी जागरूक करते हैं। एआरटीओ का कहना है कि यह सोचना सिर्फ दिमागी फितूर है कि तेज रफ्तार में वाहन चलाकर गंतव्य तक जल्दी पहुंचा जा सकता है। वास्तव में ऐसा नहीं होता बल्कि ज्यादा जल्दबाजी अक्सर हादसे का सबब बन जाती है। नींद आ रही तो वाहन न चलाएं
वाहन चलाने के दौरान अगर झपकी आ गई तो हादसा हो सकता है। लंबी दूरी के लिए निकलने वाले वाहनों के चालकों को परिवहन विभाग की ओर से समय-समय पर यह नसीहत दी जाती है कि खासकर प्रात: के समझ झपकी आने लगे तो तुरंत ही अपना वाहन सड़क किनारे खड़ा कर दें। अच्छी तरह हाथ-मुंह धोएं और चाय पी लें। फिर से तरोताजा हो जाने के बाद ही अपना वाहन लेकर आगे बढ़ें। इसके बाद फिर झपकी नहीं आएगी और सुरक्षित तरीके से गंतव्य तक पहुंच सकेंगे।