गश्त के दौरान मोबाइल डाटा रखें ऑन
गश्त के दौरान मोबाइल डाटा रखें ऑन
जागरण संवाददाता, पीलीभीत : टाइगर रिजर्व के जंगल की सभी रेंजों में पैदल गश्त को और प्रभावी बनाने के साथ ही प्रत्येक गतिविधि की जानकारी जीपीएस के माध्यम से हासिल करने के लिए कर्मियों की रिफ्रेश ट्रेनिग शुरू कर दी गई है। मुख्य प्रशिक्षक डब्ल्यूडब्ल्यूएफ के परियोजना अधिकारी नरेश कुमार ने कर्मियों को सिखाया कि जब भी जंगल में पैदल गश्त कर रहे हों तो अपना मोबाइल डाटा हमेशा ऑन रखें। जिससे जीपीएस के माध्यम से तमाम सूचनाएं एवं गतिविधियों की जानकारी मिलती रहे।
शुक्रवार को पीलीभीत टाइगर रिजर्व की हरीपुर व बराही रेंज में विभागीय कर्मियों के लिए प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया। इसमें एम स्ट्रिप्ट पेट्रोल एप के बदलाव के बारे में सिखाया गया। डब्ल्यूडब्ल्यूएफ के परियोजना अधिकारी ने सभी को पैदल गश्त करने के सही तरीके सिखाए। समय से गश्त का डाटा विभाग में उपलब्ध कराने की निर्देश दिए। हरीपुर रेंज के नवदिया गेस्ट हाउस में लगे शिविर में एम स्ट्रिप्स पेट्रोल गश्त से जुड़े महत्वपूर्ण बिदुओं पर चर्चा की गई। परियोजना अधिकारी गश्त में कुछ कमियां महसूस की जाती रही हैं। कई बार जरा सी असावधानी होने पर गलत डाटा लोड हो जाता है। इसी कारण अब पीलीभीत टाइगर रिजर्व की हर रेंज में अलग-अलग एम स्ट्रिप्स पेट्रोल गश्त की एक कार्यशाला की जाएगी। परियोजना अधिकारी ने बताया कि जब भी जंगल में किसी भी दिशा में पैदल निकलें तो उस समय मोबाइल का डाटा ऑन होना चाहिए। पुरानी पगडंडियों के चलते कुछ नई दिशाओं की तरफ भी रोज गश्त की जाना चाहिए। जिससे जंगल का ज्यादातर एरिया जीपीएस में कवर हो जाएगा। इसी के साथ जंगल का ज्यादातर एरिया भी गश्त द्वारा सुरक्षित रहेगा। बहुत से कर्मचारी गश्त के दौरान फोन ऑफ रखते हैं या उसका डाटा नहीं खोलते, जिसके चलते वह गश्त करते हैं लेकिन उनके द्वारा की गई गश्त का डाटा एकत्र नहीं हो पाता। कार्यशाला में हरिपुर रेंजर आरके शर्मा, वन दारोगा मोहित सिंह, गनी सिंह, डब्ल्यूडब्ल्यूएफ से राहुल कुमार समेत रेंज का स्टाफ मौजूद रहा।