ये कैसा टाइगर रिजर्व, यहां तो मौत 'रिजर्व'
जागरण संवाददाता पीलीभीत कहने को तो जंगल टाइगर रिजर्व घोषित हो गया लेकिन सवाल उठाया जा है कि पर्याप्त संसाधन नहीं हैं।
जागरण संवाददाता, पीलीभीत : कहने को तो जंगल टाइगर रिजर्व घोषित हो गया लेकिन सवाल उठाया जा रहा है कि आखिर ये कैसा टाइगर रिजर्व है, जहां लगातार बाघ मर रहे हैं। अनुकूल वातावरण के कारण एक ओर जंगल में बाघों का कुनबा बढ़ने से वन्य जीव प्रेमी और टाइगर रिजर्व के अधिकारी खुशी जताते हैं लेकिन जब भी किसी बाघ की मौत का मामला सामने आता है तो विभाग लीपापोती में जुट जाते हैं। इस बार भी यही हो रहा है। बाघ का शव जिले के घुंघचाई क्षेत्र में स्थित हरदोई ब्रांच नहर में देखा गया। वहां वन कर्मियों ने शव को पानी से बाहर निकालने के प्रयास किए लेकिन कामयाब नहीं हो सके। इस बीच शव पानी में बहकर पड़ोसी जिला शाहजहांपुर के बंडा क्षेत्र स्थित नवीनगर नहर पुल तक पहुंच गया। वहां शव को निकाल लिया गया। अब टाइगर रिजर्व के अधिकारी बाघ का शव शाहजहांपुर जिले की सीमा में मिलने और वहीं से सारी कार्रवाई होने की बात कहकर अपना दामन बचाने में जुट गए हैं। जून 2014 को यहां के जंगल को पीलीभीत टाइगर रिजर्व घोषित किया गया था। उसके बाद से यह पांचवें बाघ की मौत है। इससे पहले चार बाघ और चार शावक मर चुके हैं। पिछले आंकड़ों पर नजर डालने से पता चलता है कि वर्ष 2012 से लेकर अब तक यहां आठ बाघ और चार शावकों की मौत हो चुकी है। इनसेट
कब और कहां मिले बाघ के शव
- 24 मई 2012 को हरीपुर रेंज में बाघ का शव मिला
- 25 मई 2012 को इसी क्षेत्र में दूसरे बाघ का शव बरामद
- 12 जून 2012 को पूरनपुर के जंगल में मिला बाघ का शव
- 26 नवंबर को बराही रेंज के जंगल में बाघ का मिला शव टाइगर रिजर्व बनने के बाद बाघों की मौत
- 16 अक्टूबर 2014 महोफ रेंज के जंगल में बाघ का शव बरामद
- 23 अप्रैल 2015 पूरनपुर के जंगल में मिला बाघ का शव
- 7 मई 2017 माला रेंज के जंगल में मिले बाघ के दो शावकों के शव
- 29 मार्च 2018 बराही रेंज के जंगल में मिला बाघ का शव
- 10 अप्रैल 2018 पूरनपुर के जंगल में बाघ के शावक का शव मिला
- 19 अप्रैल 2018 महोफ रेंज के जंगल में मिला बाघ का शव
- 20 मई 2018 पूरनपुर के जंगल में फिर मिला बाघ के शावक का शव