बाघ व तेंदुए के हमले के बाद जागा वन विभाग
लगातार तेंदुए के हमले के बाद बाघ ने घर में घुसकर बैल को निशाना बना लिया तो वन विभाग जागा।
पूरनपुर (पीलीभीत) : लगातार तेंदुए के हमले के बाद बाघ ने घर में घुसकर बैल को निशाना बना लिया तो वन विभाग के अधिकारी सजग हो गए। विभाग ने तेंदुए और बाघ को पकड़ने के लिए दो अलग-अलग स्थान पर दो ¨पजड़े लगाए, लेकिन सफलता नहीं मिल सकी। लोकेशन ट्रेस करने को लेकर 10 कैमरे भी लगाए गए। देर शाम तक बाघ व तेंदुए को नहीं पकड़ा जा सका।
रमनगरा : बीते दिनों बॉर्डर क्षेत्र के बूंदीभूड़, कुतिया कवर, नौजलिया समेत आधा दर्जन गांव में तेंदुए का आतंक है। तेंदुए ने एक दर्जन घरों में घुसकर डेढ़ दर्जन मवेशियों को अपना शिकार बना चुका है। गुरुवार रात बाघ ने कलीनगर तहसील क्षेत्र के गांव महाराजपुर निवासी प्रेम सरदार की पशुशाला में घुसकर एक बैल को निवाला बना लिया था। मामले की सूचना पर टाइगर रिजर्व के डिप्टी डायरेक्टर आदर्श कुमार व डब्लयू डब्लयू एफ के नरेश वर्मा ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया था।
माधोटांडा: बाघ को पकड़ने के लिए वन विभाग की टीम ने बराही रेंज के कंपार्टमेंट 3 महाराजपुर बालूमेट के पास ¨पजड़ा लगाया। कुतिया कवर के नौजलिया नंबर 2 में तेंदुए को पकड़ने के लिए ¨पजड़ा लगाया। देर शाम तक वन विभाग के एसडीओ प्रवीन खरे, रेंजर चंद्रभान, गिरीश चंद्र, मोहम्मद आरिफ, ओमप्रकाश कन्हई लाल समेत कई वनकर्मी बाघ और तेंदुआ को पकड़ने के लिए जुटे रहे, लेकिन कामयाबी नहीं मिल सकी। बाघ व तेंदुए को नहीं पकड़े जाने पर ग्रामीण दहशत में हैं।