नगरिया कॉलोनी में बाघ ने घोड़े को मार डाला
दहशत -वन्यजीव के आतंक से धान की कटाई के लिए किसान परेशान -देवहा नदी किनारे दो स्थानों पर बाघ ने नीलगाय को बनाया था शिकार फोटो 19 पीआइएलपी 10
संवाद सूत्र, अमरिया (पीलीभीत) : बाघ के आतंक से धान कटाई प्रभावित तहसील क्षेत्र में इस समय एक बार फिर बाघों की लगातार चहलकदमी से किसान भयभीत हो गए हैं। बाघों की क्षेत्र में लगातार लोकेशन मिलने से कृषि कार्य प्रभावित हो गए हैं। अभी दो दिन पहले सूरजपुर बहादुरगंज में देवहा नदी किनारे दो स्थानों पर बाघ ने नीलगाय को मार गिराया था। शुक्रवार शाम नगरिया कालोनी निवासी सुनील साना के खेत के पास बाघ ने घोड़े पर हमला कर गन्ने के खेत में खींच ले जाकर मार दिया जिससे एक बार फिर अफरातफरी फैल गई, लेकिन विभाग आज तक बाघों से सुरक्षा के उपाय करने में नाकाम साबित हुआ है। किसान जंगल जाने से घबरा गए हैं। ऐसे मे धान की कटाई प्रभावित हो गई है। यह समय धान की फसल की कटाई का चल रहा है और गन्ने की फसल तैयार है। किसानों के सामने दोहरी समस्या खड़ी हो गई है। अधिकारी मौज कर रहे हैं। आखिर कब बाघों से सुरक्षा मिलेगी यह किसानों के लिए चिता बनी हुई है। क्षेत्र में लगातार बाघ कुनबे के साथ विचरण कर रहे हैं जिससे हरदासपुर से लेकर भूड़ा कैमोर, कटमटा, शुक्ला फार्म, गजरौला फार्म, पैरी फार्म, सूरजपुर, ऐंठपुर, खलीनवादा, डूनीडाम, जगत बरा, मझलिया, नगरिया कालोनी, हिमकनपुर, अंडरायन, जगदीशपुर तक लगभग 40 किलोमीटर का क्षेत्र पिछले कई वर्षों से प्रभावित है। जहां हर समय बाघों का खौफ रहता है जिससे किसानों के सामने जटिल समस्या खड़ी है। फोटो 19 पीआइएलपी 11
-बाघों की दहशत बढ़ने से जंगल जाना मुश्किल है सबसे बड़ी समस्या धान की कटाई को लेकर है।
पवन मंडल फोटो 19 पीआइएलपी 12
-आये दिन बाघ के ताजा पंजों के निशान दिखाई दे रहे हैं अबतक प्रशासन कुछ नहीं कर सका कभी भी कोई हादसा हो सकता है।
गौतम मंडल फोटो 19 पीआइएलपी 13
-बाघों की समस्या कई वर्षों से बनी हुई है वनविभाग का ढीला रवैया के कारण असंमजस की सिथति बनी हुई है जिससे किसान चितित हैं फसलें तैयार हैं लेकिन फसलें काटना बेहद मुश्किल हो गया है।
काला सिंह फोटो 19 पीआइएलपी 14
-बाघों का हमला लगातार जंगली जानवरों पर हो रहा है। हर तरफ भय का माहौल बना हुआ है। वनकर्मी लोकेशन ट्रेस करके चले जाते हैं। किसानों को लगातार जूझना पड़ रहा है।
अजीत