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शारदा नदी का जलस्तर घटा, नलडेंगा में कटान शुरू

बनबसा बैराज से पानी छोड़ने के कारण शारदा नदी का जलस्तर बढ़ गया था जो मंगलवार को काफी कम हो गयालेकिन गभिया सहराई के गांव नलडेंगा में नदी ने कटान प्रारंभ कर दिया। अभी कुछ घरों को नदी ने निशाने पर ले रखा है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 13 Jul 2021 11:20 PM (IST)Updated: Tue, 13 Jul 2021 11:20 PM (IST)
शारदा नदी का जलस्तर घटा, नलडेंगा में कटान शुरू

पीलीभीत,जेएनएन : बनबसा बैराज से पानी छोड़ने के कारण शारदा नदी का जलस्तर बढ़ गया था जो मंगलवार को काफी कम हो गया,लेकिन गभिया सहराई के गांव नलडेंगा में नदी ने कटान प्रारंभ कर दिया। अभी कुछ घरों को नदी ने निशाने पर ले रखा है। शारदा सागर खंड की ओर से बाढ़ राहत कार्य के नाम सिर्फ झाड़ झंकाड़ डालकर ही औपचारिकताएं पूरी की जा रही हैं। ग्रामीणों के मुताबिक यदि फिर से जलस्तर बढ़ा तो उनके घर नदी में समाने का खतरा बढ़ जाएगा। फिर भी सिचाई विभाग के अभियंता कार्य के नाम पर लाखों रुपये को ठिकाने लगाने में लगे हुए हैं।

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बरसात के दिनों में पहाड़ों पर बारिश के चलते बनबसा बैराज से पानी छोड़ने के बाद तराई क्षेत्र में शारदा नदी का जलस्तर बढ़ जाता है। रविवार को शारदा नदी का जलस्तर डेढ़ लाख क्यूसेक से ऊपर पहुंच गया था। जल स्तर बढ़ने के बाद ग्रामीणों की धड़कनें बढ़ गई और स्वयं ही अपने घरों को बचाने में लग गए। कुछ घरों के भीतर तक पानी पहुंच गया था। मंगलवार को जलस्तर 65,000 क्यूसेक ही रह गया। नलडेंगा में स्पर नंबर 19 से लेकर 23 तक नदी ने कटान प्रारंभ कर दिया। नदी किनारे बसे कुछ घर पहले ही नदी में समा चुके हैं अब चेतन बहरोई, रमेश सरकार व पेमास सरकार के घरों को नदी ने निशाने पर ले रखा है। शारदा सागर खंड के अभियंताओं की ओर से पेड़ों की टहनियां व झाड़ झंकाड़ डाली जा रही हैं। ग्रामीणों ने बताया कि इससे कटान नहीं रुक सकता। शारदा सागर खंड के सहायक अभियंता राजकुमार ने बताया कि कटान को रोकने के प्रयास किए जा रहे हैं। जो घर नदी के निशाने पर हैं पानी कम होने के बाद वहां भी कार्य किया जाएगा। जब से पानी कम हुआ है तबसे नदी कटान कर रही है। हमारे घर नदी के निशाने पर हैं किसी भी समय यह घर नदी में समा सकते हैं।

- करन मजूमदार। सिचाई विभाग की ओर से यहां पर कार्य के नाम पर सिर्फ पेड़ों की टहनियों को काटकर डाल रहे हैं जिससे कटान की स्थिति को रोका नहीं जा सकता। कटान फिर भी जारी रहेगा।

- तृप्ति।

नदी का रूप देखकर हम लोगों ने स्वयं ही अपने घरों को उजाड़ लिया है। अब नया घर बनाने के लिए हमारी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। मजदूरी करके घर चलाना पड़ेगा।

-पुष्पा मजूमदार

अभी आगे भी बारिश की संभावनाएं हैं जिससे जल स्तर बढ़ेगा और नदी द्वारा और भी कटान होगा। विभाग को चाहिए कि यहां पर ठोस कार्य करें।

- बसंती मजूमदार जिन लोगों के घर नदी में समा गए हैं प्रशासन द्वारा वहां पर मदद की जानी चाहिए जिससे बेघर हुए लोगों को फिर से रहने की व्यवस्था हो सके।

- रोविन सिचाई विभाग द्वारा हर बार यहां पर बाढ़ कार्यों के नाम पर लाखों रुपये को ठिकाने लगाया जाता है। सिर्फ नाम मात्र ही कार्य किए जाते हैं जो बाढ़ रोकने के लिए पर्याप्त नहीं है।

- गौतम मजूमदार।


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