अपनों तक पहुंचा वायरस तो जागा अस्पताल प्रशासन
स्वास्थ्य विभाग लगातार जनपद में डेंगू का प्रकोप मानने से इन्कार कर रहा है। अब डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मी भी डेंगू आशंकित होने लगे हैं। फजीहत से बचने को सीएमओ कार्यालय व अस्पताल में कीटनाशक दवा का छिड़काव कराया। शनिवार को जिला अस्पताल में पैथोलॉजिस्ट के पद पर तैनात डॉ. महावीर सिंह को ठंड लगकर तेज बुखार आया। रक्त सेंपल की जांच में डॉ. महावीर सिंह में डेंगू के लक्षण पाए गए। डॉ. महावीर सिंह के रक्त में एनएस वन सक्रिय पाया गया है।
जागरण संवाददाता, पीलीभीत: स्वास्थ्य विभाग लगातार जनपद में डेंगू का प्रकोप मानने से इन्कार कर रहा है। अब डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मी भी डेंगू आशंकित होने लगे हैं। फजीहत से बचने को सीएमओ कार्यालय व अस्पताल में कीटनाशक दवा का छिड़काव कराया। शनिवार को जिला अस्पताल में पैथोलॉजिस्ट के पद पर तैनात डॉ. महावीर सिंह को ठंड लगकर तेज बुखार आया। रक्त सेंपल की जांच में डॉ. महावीर सिंह में डेंगू के लक्षण पाए गए। डॉ. महावीर सिंह के रक्त में एनएस वन सक्रिय पाया गया है।
इधर, डॉ. महावीर सिंह का इलाज जिला अस्पताल में विशेषज्ञ डॉक्टरों की देखरेख में किया जा रहा है। रविवार को अस्पताल में सीएमओ, एसीएमओ समेत कई डॉक्टर व स्वास्थ्य कर्मी उनका हालचाल लेने पहुंचे। इससे पहले पैथोलॉजी विभाग में कार्यरत इमरान, ब्लड बैंक के अंकुर गुप्ता, स्टाफ नर्स सीमा देवी, निधि और सीएमओ कार्यालय के वरिष्ठ सहायक नीरज श्रीवास्तव में भी डेंगू के लक्षण मिल चुके हैं। पिछले दिनों सीएमओ कार्यालय के वरिष्ठ सहायक नीरज श्रीवास्तव में डेंगू के लक्षण मिले। यहां दवा का छिड़काव हुआ। बीते दिन डीएम वैभव श्रीवास्तव की प्रेस कांफ्रेंस में जिले में डेंगू प्रकोप का मामला उठा। डीएम ने मौके पर मौजूद सीएमओ डॉ. सीमा अग्रवाल तथा नगर पालिका की अधिशासी अधिकारी निशा मिश्रा को रोकथाम को प्रभावी उपाय के निर्देश दिए, लेकिन उनके निर्देश भी पूरी तरह से पालन नहीं किए जा रहे हैं।