प्रयागराज गए शिक्षकों को जारी किए गए पत्र
याचिका पर सुनवाई के दौरान इलाहाबाद उच्च न्यायालय में स्कूलों से एक नवंबर को अनुपस्थित शिक्षकों के खिलाफ पत्र जारी किए गए हैं।
पीलीभीत : याचिका पर सुनवाई के दौरान इलाहाबाद उच्च न्यायालय में स्कूलों से एक नवंबर को अनुपस्थित रहकर पैरवी में गए शिक्षकों पर कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इस संबंध में खंड शिक्षा अधिकारी के माध्यम से शिक्षकों को पत्र जारी कर दिए गए।
प्रदेश शासन ने अनियमितताओं के आरोप में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी डॉ.इंद्रजीत प्रजापति को निलंबित कर दिया था। उन्होंने इलाहाबाद उच्च न्यायालय में वाद दायर किया था, जिस पर एक नवंबर को सुनवाई की गई। बीएसए की पैरवी में दस से अधिक शिक्षक और बाबू बगैर छुट्टी लिए प्रयागराज गए थे, जिसमें प्राथमिक विद्यालय बिठौरा कलां के प्रधानाध्यापक शमशुल हसन, जूनियर हाईस्कूल पूरनपुर के सहायक अध्यापक ब्रजेश शुक्ला, खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय बिलसंडा के लिपिक अजयपाल, जूनियर हाईस्कूल खासपुर के सहायक अध्यापक हरिओम पांडेय, प्राथमिक विद्यालय नवदिया धनेष के प्रधानाध्यापक रामाधार पांडेय, जूनियर हाईस्कूल बैजूनगर के सहायक अध्यापक सुशील प्रजापति आदि शामिल हैं। इन शिक्षकों पर बिना अवकाश प्रार्थनापत्र के स्कूल से गायब रहने, बिना सक्षम अधिकारी की अनुमति के मुख्यालय छोड़कर जाने, शासन की कार्रवाई का सार्वजनिक रूप से विरोध प्रदर्शित करने, बेसिक शिक्षा विभाग में अराजकता का वातावरण पैदा करने का आरोप लगाया गया है। डीएम डॉ.अखिलेश कुमार मिश्र ने प्रयागराज गए सभी शिक्षकों और बाबुओं को पत्र जारी करने के निर्देश जारी कर दिए हैं। प्रभारी जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी संत प्रकाश ने बताया कि बगैर अनुमति लिए प्रयागराज गए शिक्षकों व बाबुओं को खंड शिक्षा अधिकारी के माध्यम से पत्र भेज दिए गए हैं। जांच अधिकारी से विस्तृत जांच कराकर विभागीय कार्रवाई की जाएगी।