अंग्रेजी के सामने ठिठकेंगे नहीं, फर्राटा भरेंगे बच्चे
प्रदेश में प्राथमिक स्कूलों के बच्चे अंग्रेजी की पहली पायदान पर ही ठिठक जाते हैं। अब यह बच्चे अंग्रेजी फर्राटा भरेंगे।
पीलीभीत : प्रदेश में प्राथमिक स्कूलों के बच्चे अंग्रेजी की पहली पायदान पर ही ठिठक जाते हैं। अब इन विद्यालयों के विद्यार्थी भी फर्राटेदार अंग्रेजी बोलने, लिखने और समझने में दक्ष बन सकेंगे। इस भाषा की बुनियाद मजबूत करेंगी 'संपर्क स्मार्टशाला'। विभाग ने इसकी कवायद शुरू कर दी है। हर स्कूल के दो-दो शिक्षकों को अंग्रेजी पढ़ाने का व्यवहारिक प्रशिक्षण देकर विशेषज्ञ बनाया जाएगा।
कक्षा एक से ही मजबूत होगी नींव
बेसिक शिक्षा परिषद की वर्तमान व्यवस्था में अभी कक्षा पांच से विषय विशेषज्ञ शिक्षक अंग्रेजी, विज्ञान और गणित पढ़ाते हैं। ज्यादातर प्राथमिक पाठशाला में एक ही शिक्षक प्रारंभिक हिन्दी, गणित और अंग्रेजी की पढ़ाई कराते हैं। अंग्रेजी मजबूत करने के लिए पहले मॉडल स्कूल चुने गए हैं। इनमें संपर्क फाउंडेशन के सहयोग से संपर्क स्मार्टशाला कार्यक्रम चलाया जाएगा। कक्षा एक, दो और तीन के बच्चों को सीधे अंग्रेजी की भी विशेष शिक्षा दी जाएगी।
दो मास्टर ट्रेनर को लखनऊ में प्रशिक्षण
अंग्रेजी भाषा के शिक्षण के लिए दो विशेषज्ञ शिक्षक लखनऊ भेजे गए थे। मॉडल स्कूल सैदपुर की सहायक अध्यापक अनीता विश्वकर्मा और ललौरीखेड़ा स्कूल के सहायक अध्यापक कृष्ण कुमार को राजधानी में बतौर मास्टर ट्रेनर प्रशिक्षण दिया गया। अब यही मास्टर ट्रेनर जिले में अन्य शिक्षक-शिक्षिकाओं को व्यवहारिक प्रशिक्षण देंगे, जो स्कूलों में बच्चों की बुनियाद मजबूत करेंगे।
संपर्क स्मार्टशाला साबित होगी लाभप्रद
प्रत्येक मॉडल स्कूलों में कक्षा एक से तीन तक के बच्चों को अंग्रेजी पढ़ाने के लिए संपर्क स्मार्टशाला खोली जाएगी। मास्टर ट्रेनर प्रशिक्षण ले चुके हैं। अब स्कूलों के दो-दो शिक्षक-शिक्षिकाओं को जल्द ट्रेनिंग दिलाकर प्रोग्राम लागू किया जाएगा।
-राकेश पटेल, जिला समन्वयक (समेकित शिक्षा)