मंडी के सेंटरों पर गेहूं की आवक में आई कमी
मंडी में गेहूं की आवक में सरकारी क्रय केंद्रों पर कमी देखने को मिल रही है। कर्मचारी दिन भर किसानों को इंतजार करते रहते हैं तो वहीं न के बराबर ही खरीद हो पा रही है। ऐसे में अब जिला प्रशासन ने निर्णय लिया है कि मंडी स्थल पर आने वाले शत-प्रतिशत गेहूं की सरकारी खरीद कराई जाए।
पीलीभीत: मंडी में गेहूं की आवक में सरकारी क्रय केंद्रों पर कमी देखने को मिल रही है। कर्मचारी दिन भर किसानों को इंतजार करते रहते हैं तो वहीं न के बराबर ही खरीद हो पा रही है। ऐसे में अब जिला प्रशासन ने निर्णय लिया है कि मंडी स्थल पर आने वाले शत-प्रतिशत गेहूं की सरकारी खरीद कराई जाए।
मंडी स्थित गेहूं क्रय केंद्रों पर गेहूं की आवक में कमी आ गई है। सोमवार को ज्यादातर सेंटरों पर सन्नाटा छाया रहा। कर्मचारियों को दिनभर किसानों का इंतजार करना पड़ रहा है। अभी तक केंद्रों पर जितने भी गेहूं की आवक हो पाई थी। उसका गेहूं भंडारण करा लिया गया है। किसानों का गेहूं मंडी के सेंटरों पर नहीं आ रहा है। इस कारण अब लेखपालों को गांवों में जाकर किसानों से संपर्क करके उन्हें सेंटरों पर अपना गेहूं लाने के लिए प्रेरित करने के निर्देश दिए गए हैं। जिला खाद्य विपणन अधिकारी अविनाश कुमार झा के अनुसार सेंटरों पर खरीद बढ़ाने के लिए अब मंडी में आने वाले गेहूं की शत-प्रतिशत तौल सेंटरों पर कराए जाने के निर्देश दे दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि अब तक पूरे जिले में 12 लाख 18 हजार क्विंटल गेहूं की खरीद की जा चुकी है। शासन की ओर से जिले को कुल 17 लाख 75 हजार क्विंटल गेहूं खरीद का लक्ष्य आवंटित किया गया है। उन्होंने संभावना जताई कि इसी माह के अंत तक लक्ष्य पूरा कर लिया जाएगा।