लक्ष्मण शक्ति लीला में राम ने किया विलाप
रामलीला में लक्ष्मण शक्ति का मंचन किया गया।
संवाद सहयोगी,बीसलपुर (पीलीभीत) : शहर में चल रहे ऐतिहासिक रामलीला मेला में आज लक्ष्मण शक्ति लीला का सुंदर मंचन किया गया। हजारों मेलार्थियों ने लीला का आनंद लिया।
मेला ग्राउंड में पात्रों द्वारा चार बजे लीला का मंचन प्रारंभ हुआ। निशाचरों के लगातार मारे जाने पर लंकाधिपति रावण चितित हो जाता है और वह अपने पुत्र इन्द्रजीत मेघनाद को रणभूमि में जाने के लिए कहता है। मेघनाद अपने पिता से आज्ञा लेकर रणभूमि में पहुंचता है जहां शेषावतार लक्ष्मण से उसका भयंकर युद्ध होता है। मेघनाद ब्रह्मा द्वारा दी गई शक्ति का आह्वान कर उसे प्राप्त करने के बाद शक्ति का प्रहार लक्ष्मण पर करता है, जिससे वह मूर्छित हो समर भूमि में गिर जाते हैं। मेघनाद उनको मृत समझकर उनके शरीर को लंका ले जाना चाहता है किन्तु वह तमाम कोशिशें करने के बावजूद मूर्छित पड़े लक्ष्मण को वह हिला भी नहीं पाता है। वह वही पर छोड़ लंका पहुंच जाता है। लक्ष्मण के मृत्यु का समाचार वह रावण को सुनाता है। यह खबर सुनकर लंकावासी खुशियां मनाते है। इधर लक्ष्मण के मूíछत होने की खबर मिलते ही राम दल में शोक छा जाता है, परंतु पवन पुत्र हनुमान संजीवनी बूटी लाकर लक्ष्मण के प्राण बचा लेते है। राम दल में फिर खुशी की लहर दौड़ जाती है। लीला का आंखों देखा हाल मनोज त्रिपाठी व लीला प्रबंधक गोपाल कृष्ण अग्रवाल ने सुनाया। व्यवस्था में सभापति गंगाधर दुबे, व्यवस्थापक सुरेश चंद्र अग्रवाल, कृष्ण कुमार अग्रवाल, अभय मित्तल का विशेष सहयोग रहा।