आलू, प्याज पर फिर महंगाई की मार
आलू और प्याज के भाव एक बार फिर उछल रहे हैं। जो पुराना आलू अभी तक बीस रुपये किग्रा बिक रहा था वह पच्चीस रुपये पर पहुंच गया है। नया आलू भी 25 से बढ़कर 30 रुपये किग्रा हो गया है। इसी तरह से प्याज की कीमत में अचानक पांच रुपये प्रति किग्रा की बढ़ोतरी हो गई।
जेएनएन, पीलीभीत : आलू और प्याज के भाव एक बार फिर उछल रहे हैं। जो पुराना आलू अभी तक बीस रुपये किग्रा बिक रहा था, वह पच्चीस रुपये पर पहुंच गया है। नया आलू भी 25 से बढ़कर 30 रुपये किग्रा हो गया है। इसी तरह से प्याज की कीमत में अचानक पांच रुपये प्रति किग्रा की बढ़ोतरी हो गई। आलू, प्याज की महंगाई निम्न-मध्यम वर्ग की रसोई का बजट गड़बड़ाने लगा है।
इस बार सर्दी के मौसम में भी आलू का भाव चढ़ा रहा। वैसे तो हर साल सर्दी के मौसम में आलू 10-12 रुपये किलो के भाव बिकता रहा लेकिन इस बार 18-20 रुपये से कम नहीं हुए। सब्जी विक्रेता इसका कारण पैदावार में कमी होना बताते हैं। इस समय जो पुराना आलू आ रहा, वह कोल्ड स्टोरेज से निकला हुआ है। पिछले सप्ताह तक पुराना आलू बीस रुपये और पहाड़ी क्षेत्रों से आने वाला नया आलू पच्चीस रुपये किलो बिकता रहा। अब अचानक पुराना पच्चीस और नया आलू तीस रुपये बिकने लगा। प्याज की कीमतें सर्दी में बहुत बढ़ गई थीं लेकिन गर्मी के मौसम में प्याज की महंगाई धड़ाम हो गई। फुटकर प्याज 15 रुपये किलो बिकने लगी थी लेकिन अब बीस रुपये में मिल रही है। सब्जी विक्रेताओं की मानें तो सहालग के कारण आलू-प्याज की मांग बढ़ जाने की वजह से दाम बढ़ रहे हैं।
---
आलू और प्याज प्रत्येक तो हर घर की रोजमर्रा की जरूरत है। बगैर इसके रसोई नहीं चल सकती। ऐसे में एकाएक इन पर महंगाई छाने से बजट प्रभावित होगा।
नमिता
---
इस बार आलू शुरू से ही महंगा रहा। सर्दी के दौरान भी दाम कम नहीं हुए। प्याज तो काफी सस्ता बिकने लगा था लेकिन अब दोनों के दाम फिर से बढ़ रहे हैं। रसोई का बजट बढ़ने लगा है।
तनु
---
आलू तो विभिन्न तरह की सब्जियों में इस्तेमाल होता है। प्याज के बगैर सब्जी में स्वाद नहीं आता। ऐसे में इन दोनों के दाम बढ़ने से रसोई का बजट निश्चित रूप से प्रभावित होगा।
आरती