शव सड़क पर रखकर जाम लगाने की कोशिश नाकाम
पोस्टमार्टम के बाद शव घर लाते समय परिजनों ने उसे ईदगाह चौराहे पर रखकर जाम लगाने का प्रयास किया।
सबहेड : चार दिन पूर्व अपहृत छात्रा का शव शाहजहांपुर के पुवायां नहर से हुआ था बरामद टला गतिरोध
- पुलिस के हाथ पांव फूले, बमुश्किल मामला टला
अंत्येष्टि के समय एसडीएम, सीओ व पुलिस बल रहा मौजूद संवाद सहयोगी, बीसलपुर: चार दिन पूर्व अपहृत छात्रा का शव बरामद होने के बाद परिजनों ने आरोपित युवक के खिलाफ हत्या का आरोप लगाते हुए मुकदमा की धारा तरमीम करने की गुहार पुलिस से लगाई। मुकदमे की धारा न बदले जाने से आक्रोशित परिजनों ने पोस्टर्माटम के बाद शव को बीसलपुर लाते समय ईदगाह चौराहे के पास जाम लगाने की कोशिश की, जिसे पुलिस ने विफल कर दिया। रात में शव को गांव पहुंचाकर पुलिस बल तैनात कर दिया।
नगर के केकेएस विद्यालय में इंटरमीडिएट की छात्रा ग्राम चुटकुना निवासी रामसरन की बेटी नगर के मुहल्ला बख्तावरलाल में सरायं वाली गली में किराए पर रहती थी। चार दिन पूर्व उसके पिता ने कोतवाली में तहरीर देकर अपनी बेटी को अपहरण कर ले जाने के मामले में बिलसंडा थाना क्षेत्र के ग्राम वीरसिंह निवासी गिरधारीलाल के पुत्र सत्यप्रकाश के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। जिसके बाद छात्रा का शव शाहजहांपुर जनपद के पुवायां तहसील के पास नहर में क्षत विक्षत अवस्था में पाया गया था। बेटी की मौत के बाद उसके परिजनों ने पुलिस से पकड़े गए युवक व इस मामले में शामिल अन्य युवकों को भी नामजद कर उन्हें हत्या की धारा में तरमीम कर जेल भेजने की बीत कही थी। पुलिस पकड़े गए युवक से मामले की छानबीन कर रही है। इस लिए अभी तक उसे जेल नहीं भेजा गया है। इस बात से खिन्न होकर छात्रा के पिता व परिजनों ने मंगलवार की रात दस बजे शव को ईदगाह चौराहे पर रखकर जाम लगाने की कोशिश की परंतु वह अपने मंसूबे में कामयाब नहीं हो सके। शव के साथ रात्रि में ही सीओ, प्रभारी निरीक्षक व कई थानों की पुलिस पहुंच गई। बुधवार को छात्रा के शव का अंतिम संस्कार होना था। ग्रामीण छात्रा की अंत्येष्टि करने में हीला हवाली कर रहे थे। उनके इरादे सही न लगने पर उपजिलाधिकारी सौरभ दुबे, सीओ प्रवीण मलिक, प्रभारी निरीक्षक एसके सिंह, दियोरिया कोतवाली निरीक्षक शहरोज अनवर, बरखेड़ा के प्रभारी निरीक्षक, गजरौला प्रभारी निरीक्षक सहित भारी पुलिस बल गांव पहुंच गया। जिसके पश्चात पुलिस की देखरेख में 11 बजे अंत्येष्टि हो सकी। इसके बाद प्रशासन ने चैन की सांस ली। छात्रा के परिजनों को सीओ प्रवीण मलिक व उपजिलाधिकारी सौरभ दुबे ने आश्वासन दिया कि आरोपितों को किसी भी कीमत पर नहीं छोड़ा जाएगा।