गोवध में संलिप्तता पर होगी कठोर कार्रवाई
नवागत पुलिस अधीक्षक ने पहली क्राइम मी¨टग में ही स्पष्ट कर दिया कि गोवध पर सख्ती से कार्रवाई की जाए।
पीलीभीत : नवागत पुलिस अधीक्षक ने पहली क्राइम मी¨टग में ही स्पष्ट कर दिया कि गोवध पर सख्ती से नियंत्रण किया जाना है। अगर किसी पुलिस कर्मचारी या अधिकारी की इसमें संलिप्तता पाई जाती है तो उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई होगी। उन्होंने कहा कि जुआ और सट्टा बिल्कुल नहीं चलने दिया जाए। साथ ही रात्रि गश्त को और ज्यादा प्रभावी बनाने के निर्देश दिए।
शुक्रवार को पुलिस लाइन के सभागार में हुई बैठक में एसपी ने थानावार अपराधों की तुलनात्मक समीक्षा की। उन्होंने कहा कि थाना पहुंचने वाले किसी भी लोगों के साथ पुलिस का अच्छा व्यवहार रहना चाहिए। तुलना के दौरान जिन थाना क्षेत्रों में पिछले दिनों कम अपराध होना पाया गया, उनके प्रभारियों को प्रोत्साहित किया गया। साथ ही जिन क्षेत्रों में अपराधिक घटनाएं अधिक हुईं उनके थाना प्रभारियों को चेतावनी दी गई। सबसे ज्यादा फोकस गोवंशीय पशुओँ के वध को लेकर रहा। एसपी ने कहा कि गोवध रोकने के लिए सभी थाना प्रभारी अपने अपने क्षेत्र में प्रभावी कार्रवाई करें। यह भी सुनिश्चित रखा जाना चाहिए कि इस कृत्य में किसी पुलिस कर्मचारी या अधिकारी की संलिप्तता न रहें। ऐसा पाए जाने पर संबंधित के खिलाफ कठोर कार्रवाई होगी। प्रत्येक थाना में सिपाहियों की बीट बुक रहनी चाहिए। इसे लगातार प्रभारीगण चेक करते रहें। इसके बाद हुए सैनिक सम्मेलन में एसपी ने पुलिस कर्मियों की समस्याएं सुनीं तथा मौके पर ही निस्तारण के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए। एसपी ने तय कर दिया कि पुलिस कर्मचारी के लिए तीन दिन तक का अवकाश थाना प्रभारी निरीक्षक अपने स्तर से स्वीकृत कर सकेंगे। इससे पहले एसपी ने सुबह परेड का निरीक्षण किया। पुलिस लाइन के विभिन्न अनुभागों, मेस आदि का मुआयना करते हुए सफाई पर विशेष जोर दिया।