पुलिस का छापा, दहशत में महिला की मौत
भैंस खरीद को लेकर हुए विवाद के मद्देनजर कोतवाली पुलिस ने आधी रात को घर में दबिश दी। आरोप है कि दहशत के कारण हृदयगति रूकने से महिला की मौत हो गई।
पूरनपुर (पीलीभीत) : भैंस खरीद को लेकर हुए विवाद के मद्देनजर कोतवाली पुलिस ने आधी रात को घर में दबिश दी। आरोप है कि दहशत के कारण महिला की हृदयगति रुकने से मौत हो गई। परिजनों ने महिलाओं के साथ गाली-गलौज करने का विरोध करने पर दारोगा के धक्का दिए जाने से महिला की मौत होने का आरोप लगाया है। सूचना पाकर अपर पुलिस अधीक्षक और सीओ भी मौके पर पहुंचे।
नगर के मुहल्ला साहूकारा लाइन पार कुरैशियान निवासी हाजी सद्दीक कुरैशी ने पुलिस अधीक्षक को संबोधित तहरीर एडिशनल एसपी रोहित मिश्र को सौंपी। तहरीर में कहा गया कि उसके पुत्र इरशाद ने गहलुईया गांव निवासी नूर नबी से भैंस का 31800 रुपये में सौदा किया था। भैंस जब लेने गए तब नूर नबी निवासी गहलुईया ने तय कीमत से 500 रुपये जब अधिक मांगे थे इस बात दोनों में विवाद हो गया। नूर नबी ने साथियों की मदद से इरशाद को काफी मारापीटा। कुछ लोगों ने बचाकर उसे घर जाने को कहा। इरशाद ने इस मामले की जानकारी गहलुईया के प्रधान के पति को फोन पर दी तब प्रधान ने बताया कि वह लखनऊ में है आकर दोनों का फैसला करा देंगे। रविवार रात करीब दस बजे लोगों के फैसला करने की बात पर इरशाद आसाम रोड स्थित सोनू के ढाबे के निकट दोनों पक्ष में पुन: विवाद बढ़ने पर मारपीट की, जिसके बाद दोनों पक्ष पुलिस को तहरीर देने कोतवाली पहुंच गए। इरशाद द्वारा तहरीर दिए जाने के बाद दूसरे पक्ष नूर नबी ने पुलिस को तहरीर दी जिस पर पुलिस ने दोनों को हवालात में बंद कर दिय । हाजी सद्दीक का आरोप है कि पुलिस ने 10000 तय करके सुबह शांति भंग करने की धारा में चालान करने की बात कही थी । उधर आधी रात को कोतवाली के एक दारोगा के साथ 10-12 पुलिस कर्मी उसके घर लाइनपार साहूकार में जा घुसे और तलाशी के साथ घर की महिलाओं से गालीगलौज करने लगे, जिस पर उसकी पत्नी हज्जन नसीम बेगम ने जब विरोध किया। दारोगा ने उसकी पत्नी को जोर से धक्का दे दिया । वह जमीन पर जा गिरी और मौत हो गई तभी पुलिस वाले घर से चले गए और कोतवाली में बंद इरशाद से कहा कि तेरी मां छत से गिर गई है। पुलिस ने उसको थाना से छोड़ दिया। इस घटना से लोगों में आक्रोश फैल गया सुबह होते ही बड़ी संख्या में लोग उसके घर पहुंच गए और पुलिस को के प्रति विरोध जताने लगे। सूचना उच्च अधिकारियों को दी गई, जिस पर अपर पुलिस अधीक्षक रोहित मिश्र, एसडीएम जेपी चौहान सीओ कमल ¨सह आदि हाजी सद्दीक के घर पहुंचे और वहां पहुंचकर मामले की जानकारी ली। आश्वासन दिया। मकान के बाहर सैकड़ों की संख्या में लोग मौजूद रहे।