पोषण जागरूकता में प्रदेश में जिला अव्वल
शासन के निर्देश पर संचालित राष्ट्रीय पोषण माह से संबंधित गतिविधियों को पोर्टल पर सबसे पहले फीडिग कराने पर जिले को प्रथम स्थान मिला है।
जासं, पीलीभीत : शासन के निर्देश पर संचालित राष्ट्रीय पोषण माह से संबंधित गतिविधियों को पोर्टल पर सबसे पहले फीडिग कराने पर जिले को प्रथम स्थान मिला है।
जिलाधिकारी पुलकित खरे के कुशल निर्देशन में पहली से 30 सितंबर तक संचालित हुए राष्ट्रीय पोषण माह बाल विकास विभाग समेत छह कनवर्जन विभागों की ओर से माह के दौरान पोषण से संबंधित विभिन्न गतिविधियों का भारत सरकार के पोर्टल पर सबसे पहले फीडिग कराई गई। विभिन्न गतिविधियों के आयोजन में जनपद के सभी 1960 आंगनबाड़ी केंद्रों पर 5 वर्ष तक की आयु के कुल 180514 बच्चों का पोषण स्तर निर्धारित कराया गया। वजन के उपरांत अतिकुपोषित बच्चों को कोविड-19 के ²ष्टिगत सेवाएं प्रदान करने के लिए जिलाधिकारी ने प्रदेश में सर्वप्रथम अभिनव प्रयोग किया। कुपोषित बच्चों के 434 परिवारों को नव स्थापित टेली-न्यूट्रीशन सेंटर के माध्यम से विकास खंडवार टेली पोषण वारियर से दूरभाष तथा पोषण वारियर के व्यक्तिगत मोबाइल नंबर पर वीडियो कॉलिग के माध्यम से घर बैठे पोषण परामर्श प्रदान कराने की व्यवस्था कराई। मात्र 15 दिनों में 434 परिवारों को परामर्श सुविधा प्रदान की गई।
इसी क्रम में रसायनिक खादों से उत्पादित फल सब्जियों से बचाने के लिए जैविक खाद का प्रयोग करते हुए 288 पोषण वाटिका की स्थापना प्राथमिक विद्यालय एवं आंगनबाड़ी केंद्रों के प्रांगण में की गई। जिससे बच्चों को जैविक खाद से उत्पादित पोषक तत्वों से भरपूर फल एवं सब्जियां प्राप्त होंगी। इसी श्रंखला में जिलाधिकारी ने आंगनबाड़ी केंद्र घेरा रिछोला की पोषण वाटिका में फलदार आडू के पौधे का रोपण भी किया था।