धान की प्रदर्शन प्लाट का किया निरीक्षण
कृषि विभाग की ओर से मरौरी ब्लाक क्षेत्र के गांव संतोषपुरा में प्रशिक्षण शिविर का प्रदर्शन किया गया।
पीलीभीत : कृषि विभाग की ओर से मरौरी ब्लाक क्षेत्र के गांव संतोषपुरा में प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया, जिसमें खेती किसानी के बारे में जानकारी दी गई। फार्म स्कूल के प्रदर्शन प्लाट का निरीक्षण किया गया।
प्रशिक्षण शिविर में राजकीय कृषि विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक डॉ.शैलेंद्र ¨सह ढाका ने अचीवर किसान लाजवंती के हाइब्रिड धान यूएस-382 के प्लाट कर निरीक्षण किया, जिसमें किसानों को आने वाले समय में यूरिया का प्रयोग न करने की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि खेतों की मिट्टी की जांच अवश्य करनी चाहिए। जांच रिपोर्ट के अनुरूप ही खादों का प्रयोग करना चाहिए। ऐसा करने से फसल का उत्पादन अच्छा लिया जा सकता है। उन्होंने कहा कि बदलते मौसम से किसानों को सजग रहने की जरूरत है, क्योंकि जब रोशनी के सापेक्ष में कीड़ों का आवागमन होता है तो ठीक उसी प्रकार से धान की फसल में भी भुनका का प्रकोप बहुत तेजी से फैलता है। अगर धान फसल में लक्षण पाए जाते हैं, तो विप्रोफेजीन कीटनाशक का प्रयोग 400 एमएल 200 लीटर पानी में प्रति एकड़ के हिसाब से बाहर से अंदर की ओर कर दें, जिससे लाभ मिलेगा। खंड तकनीक प्रबंधक प्रदीप कुमार मिश्र ने किसानों को लाइन से रोपाई करने के फायदों से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि किसानों को लाइन से बुवाई करके 15-20 प्रतिशत अधिक उपज प्राप्त हो सकती है। इसके साथ ही वायु संचार ठीक होने के कारण बीमारियां, कीड़े भी कम लगते हैं। ऐसे में धान की फसल सुरक्षित रहती है। वीरेंद्र प्रताप ¨सह, प्रताप ¨सह, छोटेलाल, भगवानदास, मूलचंद्र, सोनू शर्मा आदि किसान उपस्थित रहे।