Pilibhit : तालाब से मछली पकड़ने पर पिता-पुत्र पर दर्ज होगा केस, बेटा बोला- ग्राम प्रधान चोरी करवाता है मछली
पूरे मामले में ग्राम प्रधान को भले ही क्लीन चिट मिल रही हो लेकिन आरोपित द्वारा ग्राम प्रधान पर लगाए गए आरोप गंभीर हैं। मुबारक अली केवल मछली निकालकर बेच रहा था। ग्राम प्रधान ने इसके बदले तीस हजार रुपये की रकम ली थी।
जागरण संवाददाता, पीलीभीत : पूरनपुर के ग्राम किशनपुर हरीपुर में तालाबों को बेचकर उनसे मछली निकालने के मामले में ग्राम प्रधान का जवाब उपजिलाधिकारी को मिल गया है। लेखपाल की रिपोर्ट व ग्राम प्रधान के जवाब के बाद अब मछली निकालते पकड़े गए लोगों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करने के आदेश जारी हुए हैं।
उपजिलाधिकारी पूरनपुर आशुतोष गुप्ता ने सहायक मत्स्य निदेशक को पत्र भेजकर क्षति का मूल्यांकन कर रिपोर्ट तलब की है। आरोपित से जुर्माना वसूलने की कार्रवाई भी की जाएगी। एसडीएम के आदेश पर संबंधित के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई जा रही है।
पूरनपुर क्षेत्र के ग्राम किशनपुर हरीपुर में तालाब का पानी खाली कर मछली पकड़ने की शिकायत सामने आई थी। उपजिलाधिकारी को मिली शिकायत में बताया गया कि गाटा संख्या 831 रकबा 1.389 हेक्टेयर व गाटा संख्या 833 रकबा 0.962 हेक्टेयर दोनों तालाबों को 1.80 लाख रुपये में बेच दिया गया है। जिन लोगों ने यह तालाब खरीदे हैं, वे लोग इंजन लगाकर तालाबों का पानी खाली करके मछली पकड़ रहे हैं। एसडीएम ने शिकायत का संज्ञान लेकर जांच क्षेत्रीय लेखपाल से कराई।
लेखपाल ने जांच आख्या में बताया कि राजस्व अभिलेखों में भूमि तालाब दर्ज है जिसका मत्स्य पालन हेतु आवंटन नहीं है। जांच के दौरान मौके पर तालाब पाया गया। गाटा में मुबारक अली पुत्र नियामत उल्ला निवासी ग्राम गाजीपुर मुस्तकिल किशनपुर हरीपुर के द्वारा इंजन लगाकर पानी निकाला गया एवं मछली पकड़ने का कार्य किया गया। एसडीएम के आदेश पर मौके पर ही इंजन को सीज कर पुलिस चौकी भिजवाया गया।
बयान में मुबारक अली के पुत्र रिजवान ने ग्राम प्रधान पर गंभीर आरोप लगाए। कहा कि मछली पकड़ने के लिए ग्राम प्रधान ने तालाब 30 हजार रुपये में बेचा, जिसे मेरे पिता ने खरीदा है। इस पर उप जिलाधिकारी पूरनपुर आशुतोष गुप्ता ने ग्राम प्रधान उषा देवी को पत्र जारी कर ग्राम सभा की संपत्ति को क्षति पहुंचाने, मछली पकड़ने के लिए तालाब का विक्रय करने आदि के संबंध में जवाब तलब किया। एसडीएम को भेजे जवाबी पत्र में ग्राम प्रधान ने बताया कि उनके ऊपर लगाए गए आरोप झूठे हैं उन्होंने मछली पकड़ने के लिए किसी प्रकार की बिक्री नहीं की है।
पूरे मामले में एसडीएम ने मछली पकड़ते मिले मुबारक अली पुत्र रिजवान के विरूद्ध प्राथमिकी दर्ज कराने के आदेश जारी किए हैं। साथ ही सहायक निदेशक मत्स्य हरेंद्र नाथ को तालाब क्षेत्र में औसतन मछली उत्पादन व उसकी कीमत का आंकलन कर रिपोर्ट भेजने के आदेश दिए। हरेंद्र नाथ ने बताया कि मौके पर निरीक्षण कर आंकलन रिपोर्ट तैयार कर ली गई है। पूरी रिपोर्ट एसडीएम को भेजी जा रही है। रिपोर्ट के आधार पर मछली बेचने से हुई राजस्व क्षति का आंकलन कर आरोपित से जुर्माना वसूला जाएगा।
प्रधान की नाक के नीचे निकलती रही मछलियां
पूरे मामले में ग्राम प्रधान को भले ही क्लीन चिट मिल रही हो लेकिन आरोपित द्वारा ग्राम प्रधान पर लगाए गए आरोप गंभीर हैं। मुबारक अली केवल मछली निकालकर बेच रहा था। ग्राम प्रधान ने इसके बदले तीस हजार रुपये की रकम ली थी जोकि ग्राम सभा की संपत्ति को क्षति पहुंचाने के साथ ही शासकीय आय को नुकसान पहुंचाने का प्रयास भी है। ग्राम प्रधान की नाक के नीचे तालाब से मछलियां निकलती रहीं और भनक तक नहीं लगी, ये पूरी स्थिति संदेहास्पद है। प्रकरण में ग्राम प्रधान की जिम्मेदारी तय करते हुए कार्रवाई होनी चाहिए। प्रधान के इशारे के बिना ग्राम के तालाब से अवैध कार्य होना मुश्किल है।
,एसडीएम आशुतोष गुप्ता ने बताया कि हरीपुर में तालाब दर्ज भूमि को बेचकर मछली निकालने का मामला संज्ञान में आया था। लेखपाल को मौके पर भेजकर जांच कराई गई। जांच के दौरान कुछ लोग तालाब से मछलियां पकड़ते हुए मिले। पूरे प्रकरण में मछली पकड़ने वालों व ग्राम प्रधान से जवाब तलब किया गया। साथ ही लेखपाल व सहायक निदेशक मत्स्य से रिपोर्ट मांगी गई। सभी जवाबों व आख्याओं के बाद निष्कर्ष पर पहुंचते हुए मछली निकालते पकड़े गए मुबारक अली पुत्र रिजवान के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराने के आदेश दिए गए हैं। राजस्व क्षति का जुर्माना वसूला जाएगा।