जंगल का बढ़ेगा आकर्षण, विकसित होंगे नए पर्यटन स्थल
पीलीभीत टाइगर रिजर्व में पर्यटकों का मुख्य आकर्षण ईको पर्यटन केंद्र चूका बीच रहता है।
पीलीभीत : पीलीभीत टाइगर रिजर्व में पर्यटकों का मुख्य आकर्षण ईको पर्यटन केंद्र चूका बीच रहता है। जंगल के कोर जोन में वन्यजीवों पर प्रतिकूल प्रभाव के चलते चूका पर दबाव कम किया जाएगा। इसके लिए जंगल में नए पर्यटन स्थल विकसित किए जाएंगे। टाइगर रिजर्व प्रशासन ने एसएसबी कैंप के पास रमनगरा और बाईफरकेशन एरिया में सप्तसरोवर के पास की जगह चिह्नित की हैं। इसकी विस्तृत कार्ययोजना तैयार की जा रही है।
टाइगर रिजर्व पांच रेंज में फैला है। घने जंगल, वन्यजीव और प्राकृतिक सुंदरता को सहेजे नजारे देशी-विदेशी पर्यटकों को बरबस ही आकर्षित करते हैं। मौजूदा पर्यटन सीजन में भी अब तक छह विदेशी और सैकड़ों भारतीय सैलानी दस्तक दे चुके हैं। मुख्य आकर्षण के चलते चूका बीच में साल-दर-साल पर्यटकों की संख्या में इजाफा हो रहा है। इससे स्वच्छंद विचरण करने वाले वन्यजीवों पर प्रतिकूल असर पड़ता है। नए स्थलों से चूका बीच और कोर जोन में इंसानी दखल कम हो सकेगा।
यहां प्रस्तावित नए स्पॉट
रमनगरा : यह स्थान रिजर्व फॉरेस्ट में एसएसबी कैंप के पास स्थित है। शारदा सागर डैम के ठीक नजदीक है। जल और जंगल के बीच बेहतर खुला स्थान है। मुख्यालय से दूरी करीब 52 किमी।
बाईफरकेशन के पास : यह स्थल बराही रेंज में बाईफरकेशन के नजदीक है। पास में ही अंग्रेजों के समय में विकसित सप्तसरोवर स्थल है। मुख्यालय से दूरी करीब 45 किमी।
वर्जन.
चूका बीच पर पर्यटकों का दवाब कम करने की कोशिश है। नए स्थल जल्द ही विकसित किए जाने की योजना है। पर्यटकों को भी नए दर्शनीय क्षेत्र के विकल्प मिलेंगे।
-डॉ. एच. राजामोहन, फील्ड डायरेक्टर, पीलीभीत टाइगर रिजर्व अभी यह भी हैं जंगल के आकर्षण