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नेपाली हाथियों ने फिर तोड़ी झोपड़ी

नेपाल बार्डर क्षेत्र के गांवों में नेपाली हाथियों का कहर लगातार जारी है। अब रोजाना ही हाथी ग्रामीणों की झोपड़ी उजाड़ रहे हैं। फसलों को भी नुकसान पहुंचा रहे हैं जिससे किसान कराह उठे हैं। वन विभाग की मानीटरिग हाथियों के आने पर अंकुश नहीं लगा पा रही है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 25 Feb 2020 10:52 PM (IST)Updated: Tue, 25 Feb 2020 10:52 PM (IST)
नेपाली हाथियों ने फिर तोड़ी झोपड़ी

संवाद सहयोगी, पूरनपुर (पीलीभीत) : नेपाल बार्डर क्षेत्र के गांवों में नेपाली हाथियों का कहर लगातार जारी है। अब रोजाना ही हाथी ग्रामीणों की झोपड़ी उजाड़ रहे हैं। फसलों को भी नुकसान पहुंचा रहे हैं जिससे किसान कराह उठे हैं। वन विभाग की मानीटरिग हाथियों के आने पर अंकुश नहीं लगा पा रही है।

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शारदा नदी पार बसे गांव गोरख डिब्बी में नेपाली हाथियों का कहर बढ़ता ही जा रहा है। अभी तक ग्रामीणों की झोपड़ी ही उजाड़ रहे थे। अब उन्होंने फसलों को भी भारी नुकसान पहुंचाना शुरू कर दिया है। तैयार खड़ी गेहूं की फसल बर्बाद होने से वहां रहने वाले लोग बेहद परेशान हो गए हैं। अब तक नेपाली हाथी कई ग्रामीणों के छप्परपोश झोपड़ी पूरी तरीके से उजाड़ कर बर्बाद कर चुके हैं। हाथियों की वजह से उन्हें जाग कर रात काटनी पड़ रही है। वन विभाग लगातार हाथियों की मानीटरिग करने का दावा कर रहा है लेकिन वह खोखला साबित हो रहा है। सोमवार की रात नेपाली हाथियों ने गोरखडिब्बी नंबर चार निवासी सुधीर सरकार की झोपड़ी तहस-नहस कर दी। कई किसानों की फसलों को भी रौंद दिया। भयभीत ग्रामीण पूरी रात जागकर शोर-शराबा करते रहे, इसके बाद भी वह फसलों को नहीं बचा सके। ग्रामीणों ने शीघ्र ही इन नेपाली हाथियों से फसल बचाने और झोपड़ियां बर्बाद होने से रोकने की गुहार लगाई है।


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