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नेपाली हाथियों ने फिर मचाया उत्पात

नेपाल से सटे गांव गोरखडिब्बी में नेपाली हाथियों का अब रोजाना उत्पात शुरू हो गया है। पहले एक हाथी आया था लेकिन अब झुंड में हाथी आने लगे हैं। शुक्रवार की रात भी नेपाली हाथियों ने दो ग्रामीणों की झोपड़ी तहस नहस कर दी। गनीमत रही कि वह ग्रामीण पहले से सजग थे जिसके चलते हाथी कोई नुकसान नहीं कर सके। ग्रामीणों में दहशत हो गई है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 22 Feb 2020 10:52 PM (IST)Updated: Sat, 22 Feb 2020 10:52 PM (IST)
नेपाली हाथियों ने फिर मचाया उत्पात
नेपाली हाथियों ने फिर मचाया उत्पात

संवाद सहयोगी, पूरनपुर (पीलीभीत) : नेपाल से सटे गांव गोरखडिब्बी में नेपाली हाथियों का अब रोजाना उत्पात शुरू हो गया है। पहले एक हाथी आया था, लेकिन अब झुंड में हाथी आने लगे हैं। शुक्रवार की रात भी नेपाली हाथियों ने दो ग्रामीणों की झोपड़ी तहस नहस कर दी। गनीमत रही कि वह ग्रामीण पहले से सजग थे जिसके चलते हाथी कोई नुकसान नहीं कर सके। ग्रामीणों में दहशत हो गई है।

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नेपाल की शुक्ला फांटा सेंचुरी से निकलकर भारतीय क्षेत्र के गांव गोरखडिब्बी में धीरे धीरे नेपाली हाथियों का कारवां बढ़ रहा है। यह हाथी फसलों को नुकसान पहुंचाने के साथ ही ग्रामीणों की छप्परपोश घरों को भी तहस नहस कर बर्बाद कर रहे हैं। इन हाथियों पर किसी प्रकार का कोई अंकुश नहीं लग पा रहा है। इसके चलते इस गांव में रहने वाले ग्रामीण पूरी तरीके से हताश और निराश हो चुके हैं। नेपाली हाथी 4 दिनों तक लगातार आते रहे,लेकिन गुरुवार की रात हाथियों की आमद नहीं हुई। एक रात न आने के बाद शुक्रवार की रात फिर से झुंड के रूप में पहुंचे और गोरखडिब्बी निवासी शशि बैरागी, खरगाई लाल का घर तहस नहस कर दिए। हाथियों की चहलकदमी से सतर्क ग्रामीण पहले से ही घरों से निकल गए जिसके चलते कोई नुकसान नहीं हुआ लेकिन झोपड़ी पूरी तरीके से बर्बाद हो गई। शोर शराबा और आग जलाकर इन हाथियों को भगाया जा सका। नेपाली हाथियों को लेकर ग्रामीण काफी चिताजनक हो गए हैं। वर्तमान समय में उनकी गेहूं की फसल तैयार खड़ी है जिसको हाथी भारी नुकसान पहुंचा सकते हैं। हालांकि अभी तक वह सिर्फ आबादी की तरफ ही झोपड़ी पोश घरों को बर्बाद कर रहे हैं लेकिन फसलों को भी नुकसान पहुंचा सकते हैं जिससे ग्रामीण के सामने आर्थिक संकट खड़ा हो सकता है। वन चौकी लग्गा भग्गा में मौजूद स्थानीय वन कर्मचारी भी हाथियों पर लगाम नहीं लगा पा रहे हैं। इससे ग्रामीणों की समस्या बढ़ती जा रही है। उच्चाधिकारी भी इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं जिससे हाथी मदमस्त होकर गोरख डिब्बी के ग्रामीणों को नुकसान पहुंचा रहे हैं। एक सप्ताह से आ रहे हाथी

पीलीभीत टाइगर रिजर्व के लग्गा भग्गा वन चौकी और नेपाल की शुक्ला फांटा सेंचुरी से सटे गांव गोरखडिब्बी में 15 फरवरी की रात नेपाली हाथी ने गांव निवासी रामनरायण का छप्परपोश घर तोड़ दिया था, इसके बाद हाथी ने 19 फरवरी को चित्रो राय के घर को तोड़ दिया था। 21 फरवरी की रात हाथियों ने शशि बैरागी और खरगाई लाल के घर को उजाड़ दिया।

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नेपाल की खुली सीमा होने के कारण नेपाली हाथी आ जाते हैं। भगाने के लिए स्थानीय वन कर्मचारियों को लगाया गया है। पटाखा फोड़कर हाथियों को भगाया जा रहा है। ग्रामीणों की झोपड़ी तोड़ने की सूचना मिली है। बाकी कोई नुकसान नहीं हुआ है। वन विभाग की टीम लगातार हाथियों पर नजर रखे हुए है।

-नवीन खंडेलवाल, डिप्टी डायरेक्टर

पीलीभीत टाइगर रिजर्व


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