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जली रोटी को लेकर प्रवासी श्रमिकों ने किया हंगामा

पड़ोसी देश नेपाल से प्रवासी श्रमिकों का वतन आने का सिलसिला तीसरे दिन भी जारी रहा। जंगलों में भटकते हुए नंगे पांव सड़क पर चलकर तपती धूप में परेशानियों व दुधमुंहे बच्चों को साथ लेकर बमुश्किल शुक्रवार को उन्होंने बीसलपुर पहुंचने पर चैन की सांस ली। वहां पहुंचते ही स्वास्थ्य परीक्षण करने के बाद 14 दिनों के लिए क्वारंटाइन कर दिया। प्रवासियों को खाने में जली रोटी और कच्चे चावल दिए गए तो हंगामा करने लगे। बाद में सभी को राजस्व कर्मियों ने समझाकर शांत किया।

By JagranEdited By: Published: Fri, 29 May 2020 11:30 PM (IST)Updated: Fri, 29 May 2020 11:30 PM (IST)
जली रोटी को लेकर प्रवासी श्रमिकों ने किया हंगामा
जली रोटी को लेकर प्रवासी श्रमिकों ने किया हंगामा

जेएनएन,बीसलपुर (पीलीभीत) : पड़ोसी देश नेपाल से प्रवासी श्रमिकों का वतन आने का सिलसिला तीसरे दिन भी जारी रहा। जंगलों में भटकते हुए नंगे पांव सड़क पर चलकर तपती धूप में परेशानियों व दुधमुंहे बच्चों को साथ लेकर बमुश्किल शुक्रवार को उन्होंने बीसलपुर पहुंचने पर चैन की सांस ली। वहां पहुंचते ही स्वास्थ्य परीक्षण करने के बाद 14 दिनों के लिए क्वारंटाइन कर दिया। प्रवासियों को खाने में जली रोटी और कच्चे चावल दिए गए तो हंगामा करने लगे। बाद में सभी को राजस्व कर्मियों ने समझाकर शांत किया।

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दो बसों में भरकर 100 से अधिक प्रवासी मजदूर एसआरएम इंटर कालेज स्थित क्वारंटाइन सेंटर पर पहुंचे जहंा सभी का चिकित्सक ने स्वास्थ्य परीक्षण करने के बाद 14 दिन के लिए क्वारंटाइन के लिए भेज दिया गया। स्वास्थ्य परीक्षण के दौरान जिन प्रवासियों के लक्षण अन्य प्रवासियों से विपरीत पाए गए उन्हें सैंपल देने के लिए जिला चिकित्सालय भेजा गया है। नगर में एसआरएम इंटर कालेज, विद्यामंदिर इंटर कालेज, बालाजी ग‌र्ल्स इंटर कालेज में भी क्वारंटाइन सेंटर बनाए गए हैं। प्रवासी मजदूर रोके जा रहे हैं। मौजूदा समय में सभी सेंटरों पर लगभग 300 प्रवासी श्रमिक क्वारंटाइन किए गए हैं। भोजन की व्यवस्था प्रशासन द्वारा कराई गई है। शुक्रवार दोपहर भोजन बनने के बाद जब राजस्व कर्मियों द्वारा उन्हें भोजन दिया जा रहा था इसी समय जली हुई रोटियों व कच्चे चावल परोसे जाने पर सेंटर पर मौजूद प्रवासी श्रमिकों ने हंगामा शुरू कर दिया और अपने चावल व रोटी लेकर वहां मौजूद कर्मचारियों व स्वास्थ्य कर्मियों को दिखाकर विरोध प्रकट करते हुए कहने लगे कि हमें ऐसा खाना नहीं चाहिए। चाहे हमें भूख भले ही रहना पड़े। यदि प्रशासन व्यवस्था नहीं कर सकता है तो वह उन्हें उनके घरों को भेज दें ताकि वह दो समय की रोजी रोटी जुटाकर चैन से खा सके। काफी देर हंगामा करने के बाद वहां मौजूद लेखपाल अनिल चौधरी समेत कई कर्मचारियों ने जब उन्हें काफी समझाया बुझाया तब कहीं जाकर वह शांत हुए। शुक्रवार को अचानक सैकड़ों की संख्या में प्रवासी श्रमिक सेंटरों पर आ गए, जिन्हें नगर में बनाए गए बाला ग‌र्ल्स इंटर कॉलेज व सरस्वती विद्यामंदिर इंटर कॉलेज में रखा गया तथा तत्काल भोजन की व्यवस्था की गई। कुछ देरी हो गई। इसी के कारण प्रवासी मजदूर आरोप लगा रहे हैं।

-आशुतोष कुमार,तहसीलदार


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