मेडिकल कॉलेज को कैबिनेट से मंजूरी
तराई के जिले में मेडिकल कॉलेज की स्थापना के मामले में एक कदम और आगे बढ़ा है। कैबिनेट ने पीलीभीत समेत सात जिलों में नए मेडिकल कॉलेजों की स्थापना के लिए अपनी मंजूरी दे दी है।
जागरण संवाददाता, पीलीभीत : तराई के जिले में मेडिकल कॉलेज की स्थापना के मामले में एक कदम और आगे बढ़ा है। कैबिनेट ने पीलीभीत समेत सात जिलों में नए मेडिकल कॉलेजों की स्थापना के लिए अपनी मंजूरी दे दी है। कैबिनेट से मंजूरी के बाद यह प्रस्ताव अब केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को भेजा जाएगा। उसके बाद ही आगे की कार्रवाई शुरू होगी।
यहां मेडिकल कॉलेज की स्थापना के लिए केंद्र सरकार की ओर से कई महीने पहले प्रस्ताव किया गया था। प्रस्ताव के साथ कुछ शर्तें भी जोड़ी गई थीं। इसके बाद जिला प्रशासन ने मेडिकल कॉलेज के लिए बरेली हाईवे पर शाही के पास जमीन प्रस्तावित की लेकिन उसकी दूरी संयुक्त जिला चिकित्सालय से दस किमी से ज्यादा रही। इस कारण उस जमीन का प्रस्ताव रद कर दिया गया था। उसके बाद जिलाधिकारी वैभव श्रीवास्तव ने व्यक्तिगत रूचि लेकर ललौरीखेड़ा क्षेत्र में चकबंदी से निकली जमीन प्रस्तावित कर दी। यह जमीन दस एकड़ से अधिक है जबकि मेडिकल कॉलेज के लिए दस एकड़ जमीन की ही मांग की गई थी। जमीन का संशोधित प्रस्ताव भेजने के बाद गत दिवस कैबिनेट ने पीलीभीत के साथ ही प्रदेश के छह अन्य जिलों में भी मेडिकल कॉलेज की स्थापना के लिए मंजूरी प्रदान कर दी। ये सभी मेडिकल कालेज केंद्र सरकार की योजना के तहत जिला अस्पतालों को अपग्रेड करके बनेंगे। प्रस्तावित मेडिकल कालेजों के निर्माण में अभी दो साल का समय लगेगा। इन मेडिकल कालेजों के निर्माण में 60 फीसद धन केंद्र सरकार खर्च करेगी और 40 प्रतिशत का अंशदान प्रदेश सरकार करेगी।
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जिले में मेडिकल कॉलेज की स्थापना कराने के लिए शुरू से ही प्रयासरत रहा। मेहनत रंग लाई है। कैबिनेट से इसके लिए स्वीकृति मिल गई है। अब प्रस्ताव केंद्र सरकार अंतिम रूप से स्वीकृत कर देगी। इसके बाद मेडिकल कॉलेज का निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा। यह जिले के लिए बड़ी उपलब्धि है।
- संजय सिंह गंगवार, शहर विधायक