और फिर तेंदुआ खा गया बकरी
टाइगर रिजर्व के फील्ड डायरेक्टर ए. राजा मोहन और सामाजिक वानिकी के डीएफओ ने निरीक्षण किया।
पीलीभीत : टाइगर रिजर्व के फील्ड डायरेक्टर ए. राजा मोहन और सामाजिक वानिकी के डीएफओ ने नेपाल सीमा क्षेत्र के नौजल्हा और मायापुरी घाट से लग्गा भग्गा क्षेत्र का शारदा नदी से ही निरीक्षण किया। सीमा क्षेत्र के गांव नौजल्हा और बूंदीभूड़ में तेंदुआ और टाइगर के आतंक को लेकर ग्रामीणों से जानकारी ली। रात ¨पजरे में बंधी बकरी तेंदुए द्वारा खाने के बाद ही अफसर गांव पहुंचे थे।
मंगलवार की रात को एक तेंदुआ ¨पजरे में कैद होने के बाद भी नौजल्हा में तेंदुआ का आतंक सीमा क्षेत्र से कम नहीं हुआ है। रात में भी टाइगर को पकड़ने के लिए लगाया कैमरा सक्रिय रहा। ¨पजरे में बांधी बकरी को दूसरा तेंदुआ निवाला बना गया। जब इसकी जानकारी एफडी को दी गई तो वे आज सुबह डीएफओ व टीम के साथ में नौजल्हा पहुंचे। ¨पजरे और कैमरे का निरीक्षण करने के बाद डिप्टी रेंजर गिरीशचंद्र को बताया कि कल जो तेंदुआ पकड़ा गया जब तक उस तेंदुआ को कहीं भेजा नहीं जाता तब तक दोबारा ¨पजरे में बकरी ना बांधें। कल जो बकरी ¨पजरे में बांधी उस बकरी को तेंदुआ ¨पजरे के पिछले हिस्से से खींच कर बाहर निकल ले गया। उसके बाद एफडी नाव पर सवार होकर शारदा पार लग्गा बग्गा वन क्षेत्र में जाने को निकले। ¨कतु शारदा नदी के मझधार से वापस आना पड़ा। वहां से वापस आकर चले गए। डीएफओ सामाजिक वानिकी संजीव कुमार, एसडीओ प्रवीण खरे, रेंजर चंद्रभान, डिप्टी रेंजर गिरीशचंद, वन दरोगा रामबहादुर व ओमप्रकाश आदि रहे।
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