नृत्य से साहित्य के विविध रसों का भावपूर्ण प्रदर्शन
केरल से आए कलाकारों ने कथकली नृत्य प्रस्तुत किया।
जागरण संवाददाता, पीलीभीत : लोकनृत्य के माध्यम से किस प्रकार साहित्य के विविध रसों का प्रदर्शन भाव भंगिमा के माध्यम से किया जा सकता है, इसे देखकर विद्यार्थी अचंभित रह गए। केरल से आए कथकली नृत्य ग्रुप के कलाकारों ने अपनी शानदार प्रस्तुति से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
अंतरराष्ट्रीय संस्था स्पिक मैके के तत्वावधान में चिरौंजीलाल वीरेंद्र पाल सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज में मंगलवार को सुबह केरल से आए कलाकारों ने लोकनृत्य कथकली का शानदार प्रदर्शन किया। ग्रुप लीडर अमलजित ने नृत्य के दौरान अपनी भाव भंगिमाओं से विभिन्न प्रकार के रस जैसे रौद्र, श्रंगार, करुण, हास्य, वीभत्स, वीर और शांत आदि का प्रदर्शन करते हुए उपस्थित छात्रों को अचंभित कर दिया। साथी कलाकार कलाभारिधि सुरेश कुमार, कलामंडलम पुरुषोत्तम, कलानिलयम ओमन कुटइन, चितरंजन सप्तरि तथा कलामंडलम काशीनाथ की प्रस्तुतियों ने दर्शकों को सम्मोहित किया। रोटरी क्लब मातृशक्ति की अध्यक्ष सुमन गुप्ता ने कलाकारों को शाल ओढ़ाकर सम्मानित किया। विद्यालय प्रबंध समिति के अध्यक्ष बृजेंद्र अग्रवाल, प्रबंधक करुणाशंकर शुक्ल, प्रधानाचार्य सुभाष चंद्र सिसोदिया ने कथकली नृत्य कलाकारों को स्मृति चिह्न भेंट किया। कार्यक्रम में नीता मोदी, उपासना पाराशरी, मोहिनी उपाध्याय, सौम्या सक्सेना, राकेश सिंह, डॉ. भर कंचन, आस्था कंचन समेत तमाम विद्यार्थी उपस्थित रहे। संचालन करते हुए स्पिक मैके के जिला समन्वयक संजीव पाराशरी ने सभी का आभार जताया।