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पीलीभीत में रुक रुककर बारिश से जन जीवन अस्त व्यस्त

तराई के जिले में रविवार सायं पांच बजे से लेकर सोमवार को दोपहर तक 55 मिलीमीटर बारिश रिकार्ड की गई। इस दौरान तापमान में गिरावट आई है। न्यूनतम तापमान घटकर 20.1 तथा अधिकतम 31.2 डिग्री रह गया है जबकि गत दिवस न्यूनतम तापमान 23.3 व अधिकतम 32.3 डिग्री रहा था। इस बारिश से उन किसानों को ज्यादा नुकसान हुआ है जिनकी धान की फसल कट चुकी है लेकिन अभी खेत में ही पड़ी है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 19 Oct 2021 01:09 AM (IST)Updated: Tue, 19 Oct 2021 01:09 AM (IST)
पीलीभीत में रुक रुककर बारिश से जन जीवन अस्त व्यस्त
पीलीभीत में रुक रुककर बारिश से जन जीवन अस्त व्यस्त

पीलीभीत, जेएनएन : तराई के जिले में रविवार सायं पांच बजे से लेकर सोमवार को दोपहर तक 55 मिलीमीटर बारिश रिकार्ड की गई। इस दौरान तापमान में गिरावट आई है। न्यूनतम तापमान घटकर 20.1 तथा अधिकतम 31.2 डिग्री रह गया है जबकि गत दिवस न्यूनतम तापमान 23.3 व अधिकतम 32.3 डिग्री रहा था। इस बारिश से उन किसानों को ज्यादा नुकसान हुआ है, जिनकी धान की फसल कट चुकी है लेकिन अभी खेत में ही पड़ी है। जो फसल पकी खड़ी है, खेत गीले हो जाने के कारण कटाई बाधित हो गई है।

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बारिश का सिलसिला रविवार को सायं शुरू हुआ था। करीब एक घंटे तक तेज बारिश हुई। बाद में बूंदाबांदी होती रही। देर रात में फिर तेज बारिश का दौर करीब आधा घंटे तक चला। इससे शहर की सड़कों, गलियों, बाजार में कीचड़ और कहीं कहीं जलभराव है। बारिश के दौरान ध्वस्त हुई शहर की बिजली आपूर्ति व्यवस्था सोमवार को सुबह तक पटरी पर नहीं आ सकी है। आधी रात के बाद कुछ मुहल्लों की बिजली सुचारू हो सकी। सोमवार को सुबह कर्मचारी लाइनें दुरुस्त करने में जुटे हैं। आसमान पर बादल सुबह से छाए हुए हैं। अभी और बारिश होने की संभावना है। राजकीय कृषि विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ विज्ञानी डा. शैलेंद्र सिंह ढाका के अनुसार मंगलवार को भी बारिश होगी। उन्होंने कहा कि यह बारिश गन्ना की फसल के लिए फायदेमंद है लेकिन धान की फसल को नुकसान हो रहा है। जिन किसानों की फसल खेत में कटी पड़ी है, उन्हें अधिक नुकसान हो सकता है। पकी खड़ी फसल के लिए ज्यादा नुकसान नहीं है लेकिन कटाई के लिए खेत सूखने तक इंतजार करना होगा। उधर, गांवों में सुबह बारिश का दौर थमा तो अनेक किसान अपने खेतों पर पहुंचे और धान की फसल की देखभाल की। कई किसानों के खेतों में बारिश का पानी भर गया है। राजकीय कृषि विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ विज्ञानी डा. शैलेंद्र सिंह ढाका के अनुसार मंगलवार को भी मौसम का मिजाज ऐसा ही रहेगा। आसमान पर बादल उमड़ेंगे और बारिश भी होगी।


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