Move to Jagran APP

(बिजनौर के ध्यानार्थ) ..और मौत से हार गया युवा सिपाही

तकरीबन एक माह छह दिन तक युवा कांस्टेबिल ओमवेश कुमार जिदगी और मौत के बीच जूझता रहा लेकिन काल के क्रूर हाथों ने हमेशा के लिए सुला दिया। सड़क हादसे में घायल सिपाही का बरेली के श्रीराम मूर्ति स्मारक चिकित्सालय में इलाज चल रहा था। परिवार वालों का रो-रोकर बुरा हाल है। पुलिस महकमे में भी शोक छा गया। गुरुवार की शाम पुलिस लाइन परिसर में दिवंगत सिपाही को अंतिम सलामी दी गई।

By JagranEdited By: Published: Thu, 13 Feb 2020 06:31 PM (IST)Updated: Thu, 13 Feb 2020 06:31 PM (IST)
(बिजनौर के ध्यानार्थ) ..और मौत से हार गया युवा सिपाही

जागरण संवाददाता, पीलीभीत: तकरीबन एक माह छह दिन तक युवा कांस्टेबिल ओमवेश कुमार जिदगी और मौत के बीच जूझता रहा, लेकिन काल के क्रूर हाथों ने हमेशा के लिए सुला दिया। सड़क हादसे में घायल सिपाही का बरेली के श्रीराम मूर्ति स्मारक चिकित्सालय में इलाज चल रहा था। परिवार वालों का रो-रोकर बुरा हाल है। पुलिस महकमे में भी शोक छा गया। गुरुवार की शाम पुलिस लाइन परिसर में दिवंगत सिपाही को अंतिम सलामी दी गई।

loksabha election banner

बिजनौर जिले के कीरतपुर थाना क्षेत्र के गांव बढ़ापुर निवासी लोकेंद्र सिंह का पुत्र ओमवेश कुमार (26) डायल 112 में तैनात था। सात जनवरी को वह ड्यूटी के बाद पुलिस लाइन से बाइक पर सवार होकर आवास जा रहा था, तभी निर्माणाधीन पुलिया के पास बाइक फिसलने से वह गंभीर रूप से घायल हो गया था। हालत गंभीर होने पर उसे बरेली के श्रीराम मूर्ति स्मारक चिकित्सालय में भर्ती कराया गया था। बुधवार की रात सिपाही ओमवेश ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। गुरुवार को उसका पार्थिव शरीर स्थानीय पुलिस लाइन में लाया गया। जहां दिवंगत सिपाही को अंतिम सलामी दी गई। एसपी अभिषेक दीक्षित, अपर पुलिस अधीक्षक रोहित मिश्र, सीओ सिटी प्रवीण सिंह मलिक, प्रतिसार निरीक्षक नरोत्तम सिंह, सदर कोतवाल एसके द्विवेदी, सुनगढ़ी थाना प्रभारी निरीक्षक राजेश कुमार आदि ने पार्थिव शरीर पर पुष्प चक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। एसपी और एएसपी ने दिवंगत सिपाही के पिता लोकेंद्र सिंह को सांत्वना दी। अविवाहित थे ओमवेश कुमार

बिजनौर जिले के कीरतपुर थाना क्षेत्र के गांव बढ़ापुर निवासी लोकेंद्र सिंह की तीन संतानों में दो पुत्र अरुण कुमार एवं ओमवेश तथा एक पुत्री डॉली है। अरुण कुमार तो प्राइवेट जॉब करता है, जबकि ओमवेश वर्ष 2016 में पुलिस में भर्ती हो गया था। होनहार बेटे की मौत होने से परिवार वाले गहरे सदमे में हैं। पिता लोकेंद्र सिंह तथा मां आशा देवी तो यह मनहूस सूचना सुनते ही बदहवास हो गए। किसी तरह आसपास के लोगों ने उन्हें संभाला। आर्थिक सहायता दी गई

पुलिस अधीक्षक अभिषेक दीक्षित ने सिपाही ओमवेश कुमार के इलाज में आर्थिक सहायता देने में भी तत्परता बरती थी। पुलिस कर्मचारियों ने सहायता देने के लिए धन एकत्र किया था। गत 16 जनवरी को एसपी ने सिपाही के पिता लोकेंद्र सिंह को आर्थिक सहायता दी थी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.