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पूर्व कैबिनेट मंत्री के गनर थे मजहर हुसैन

मुरादाबाद पुलिस लाइन परिसर स्थित बैरक में गुरुवार की दोपहर गोली मारकर आत्महत्या करने वाले हेड कांस्टेबल मजहर हुसैन का परिवार पीलीभीत में रहता है। पत्नी जर्री जमाल मरौरी विकास खंड कार्यालय में उर्दू अनुवादक के पद पर कार्यरत हैं जबकि बेटा और बेटी यहां के नामचीन स्कूल में कक्षा बारहवीं में पढ़ रहे हैं।

By JagranEdited By: Published: Thu, 24 Sep 2020 11:11 PM (IST)Updated: Thu, 24 Sep 2020 11:11 PM (IST)
पूर्व कैबिनेट मंत्री के गनर थे मजहर हुसैन

पीलीभीत,जेएनएन:मुरादाबाद पुलिस लाइन परिसर स्थित बैरक में गुरुवार की दोपहर गोली मारकर आत्महत्या करने वाले हेड कांस्टेबल मजहर हुसैन का परिवार पीलीभीत में रहता है। पत्नी जर्री जमाल मरौरी विकास खंड कार्यालय में उर्दू अनुवादक के पद पर कार्यरत हैं, जबकि बेटा और बेटी यहां के नामचीन स्कूल में कक्षा बारहवीं में पढ़ रहे हैं। मजहर हुसैन जिले में तैनाती के दौरान समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व कैबिनेट मंत्री हाजी रियाज अहमद के गनर रहे थे। मिलनसार स्वभाव के मजहर के आत्मघाती कदम उठाने से उनके सभी जानने वाले स्तब्ध हैं।

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पत्नी को तबीयत बिगड़ने के बारे में बताया गया

शहर के टनकपुर हाईवे स्थित मरौरी विकास खंड कार्यालय में उर्दू अनुवादक जर्री जमाल गुरुवार की दोपहर ड्यूटी पर मौजूद थीं, तभी उन्हें एक रिश्तेदार ने फोन पर बताया कि आपके शौहर की तबीयत अचानक ज्यादा बिगड़ गई है, हम उन्हें लेने मुरादाबाद जा रहे हैं, आप घर पहुंच जाए। फोन सुनते ही जर्री जमाल खासी परेशान हो गई थी, क्योंकि मजहर हुसैन बीते दिन ही तो अवकाश के ज्वाइन करने मुरादाबाद गए थे, फिर अचानक ऐसा क्या हो गया? यह सोचते हुए वह शहर के मुहल्ला बड़ा खुदागंज में एसएन इंटर कॉलेज के नजदीक स्थित अपने आवास पर पहुंचीं। मम्मी को अचानक घर आते देख बेटा जुनैद हुसैन खां तथा बेटी कशिश भी हैरान रह गए, लेकिन पिता की तबीयत के बारे में सुनकर दोनों भी परेशान हो उठे। इसके बाद तमाम परिचित लोगों का घर पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया, लेकिन किसी ने भी पत्नी और बच्चों को मजहर की मौत के बारे में नहीं बताया।

ढाई दशक पहले यहां बनवाया था मकान

हेड कांस्टेबिल मजहर हुसैन ने लगभग ढाई दशक पहले शहर के मुहल्ला बड़ा खुदागंज में एसएन इंटर कॉलेज के पास मकान बनवाया था। वैसे मजहर बरेली जिले के गांव अटंगा चांदपुर के मूल निवासी थे। ससुराल शहर के मुहल्ला अशरफ खां में है। समाजवादी पार्टी शासनकाल के दौरान मजहर हुसैन पूर्व कैबिनेट मंत्री हाजी रियाज अहमद के गनर रह चुके थे। करीब तीन साल पहले तबादला मुरादाबाद जनपद कर दिया गया था। उनके परिवार में दो बेटियां और एक बेटा है। बड़ी बेटी तूबहा का निकाह डेढ़ साल पहले लखीमपुर खीरी निवासी युवक के साथ हुआ है। मजहर का एक भाई अरशद सीतापुर पीएसी में हेड कांस्टेबिल है।

छुट्टी के दिनों में गुमशुम रहते थे मृतक हेड कांस्टेबिल के छोटे साले नदीम ने बताया कि इस बार छुट्टी के दिनों में मजहर हुसैन गुमशुम रहते थे, जिस कारण परिवार के लोग तथा रिश्तेदार अक्सर उदास रहने की वजह पूछते थे, लेकिन वह ठीक होने की बात कह दिया करते थे। उन्होंने कभी किसी को परेशानी के बारे में नहीं बताया था।

पूर्व कैबिनेट मंत्री भी हैरान

कई वर्षों तक गनर के तौर पर रहे हेड कांस्टेबिल मजहर हुसैन के आत्महत्या की घटना से पूर्व कैबिनेट मंत्री हाजी रियाज अहमद भी हैरान हैं। उन्होंने बताया कि मजहर सज्जन और व्यवहार कुशल थे। वह किसी तरह का नशा भी नहीं करते थे।


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