अब किराये का झंझट खत्म, अपना होगा हॉस्टल
ललित हरि राजकीय आयुर्वेदिक महाविद्यालय में बीएएमएस और एमडी की पढ़ाई करने वाली छात्राओं को
पीलीभीत : ललित हरि राजकीय आयुर्वेदिक महाविद्यालय में बीएएमएस और एमडी की पढ़ाई करने वाली छात्राओं को किराये पर रहने का झंझट जल्द ही खत्म हो जाएगा। स्नातक और परास्नातक कक्षाओं में प्रवेश लेते ही छात्राओं को गर्ल्स हॉस्टल में प्रवेश मिल जाएगा। आयुर्वेद निदेशालय ने गर्ल्स हॉस्टल निर्माण को मंजूरी प्रदान कर दी है। कुछ समय में निर्माण कार्य शुरू होने की उम्मीद है।
बरेली मंडल का सबसे पुराना ललित हरि राजकीय आयुर्वेदिक महाविद्यालय है, जिसका प्रांतीयकरण वर्ष 1974 में किया गया था। वर्तमान में महाविद्यालय में बीएएमएस और एमडी (द्रव्यगुण) में पढ़ाई की व्यवस्था है, जिसमें राज्य सरकार से काउंसि¨लग कराने के बाद प्रवेश किए जाते हैं। महाविद्यालय में बीएएमएस और एमडी संकाय में पढ़ाई करने वाली छात्राओं को किराये की बि¨ल्डग में चल रहे छात्रावास में रहना पड़ रहा है, जहां पर मूलभूत सुविधाएं नहीं मिल पा रही है। हॉस्टल में प्रवेश न मिलने वाली अन्य छात्राओं को किराये के भवन में रहना पड़ता है। अब राजकीय आयुर्वेदिक महाविद्यालय में पढ़ने वाली बीएएमएस और एमडी की छात्राओं को किराये के भवन में रहने के झंझट से जल्द ही छुटकारा मिल जाएगा। गर्ल्स हॉस्टल निर्माण कराने के प्रस्ताव पर आयुर्वेद निदेशालय ने मंजूरी प्रदान कर दी है। गर्ल्स हॉस्टल को 84 सीटों का बनाया जाएगा, जो तीन मंजिल होगा। हॉस्टल में कॉमन हॉल, अतिथि कक्ष समेत कई प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध होगी। गर्ल्स हॉस्टल निर्माण हो जाने के बाद छात्राओं को रहने की व्यवस्था नहीं करनी पड़ेगी। बीएएमएस और एमडी में प्रवेश लेते ही हॉस्टल में कमरा आवंटित हो जाएगा, जहां पर छात्राओं को पूरी सुरक्षा प्रदान की जाएगी। प्राचार्य डॉ. राकेश कुमार तिवारी का कहना है कि गर्ल्स हॉस्टल की स्वीकृति मिल चुकी है, जिसके निर्माण पर चार करोड़ 18 लाख रुपये खर्च किए जाएंगे। हॉस्टल निर्माण की जिम्मेदारी यूपी सिडको को दी गई है। गर्ल्स हॉस्टल का निर्माण ओल्ड नागार्जुन छात्रावास परिसर में कराया जाएगा, जो निष्प्रयोज्य घोषित किया जा चुका है।