मिंट्टी के बर्तनों में भोजन करेंगे विदेशी मेहमान
टाइगर रिजर्व बनने के बाद से दुनिया भर के पर्यटक मिनी गोवा का रूप लिए चूकाबीच को देखने लंदन से विदेशी मेहमान आ रहे हैं।
कलीनगर (पीलीभीत) : टाइगर रिजर्व बनने के बाद से दुनिया भर के पर्यटक मिनी गोवा का रूप लिए चूका स्पॉट देखने आने लगे हैं। 15 नवंबर से चूका स्पॉट खुलने के बाद से पर्यटकों का आना शुरू हो चुका है। वही लंदन से आने वाले सैलानियों के लिए हल्दी डगा क्षेत्र में स्थित जंगल से सटे फार्म हाउस में ठहरने की व्यवस्था के लिए टेंट आदि लगा दिए गए हैं।
अंग्रेजी हुकूमत में पीलीभीत के जंगल के बीच विभिन्न रेंजों में बने गेस्ट हाउसों में आला अधिकारियों आकर सपरिवार ठहरते थे और कई कई दिनों तक जंगल में भ्रमण कर वन्यजीवों का शिकार करते थे उस दौरान वन्यजीवों के शिकार पर कड़े कानून नही थे। देश की आजादी के बाद से भारत सरकार द्वारा वन्यजीवों की सुरक्षा के लिए कड़े कानून बना दिए गए हैं जिससे शिकार पर पूर्ण प्रतिबंध लग चुका है डब्ल्यूडब्ल्यूएफ ने वन विभाग को वनों का संरक्षण एवं वन्यजीवों की सुरक्षा के लिए आर्थिक रूप से काफी सहयोग किया है तथा कई वाहन विभाग को दिए गए है। चुका स्पॉट को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किए जाने के बाद से पर्यटकों की संख्या बढ़ने लगी है मुस्तफाबाद गेस्ट हाउस से सफारी गाड़ियां पर्यटकों को जंगल की सैर कराती है शारदा सागर किनारे विकसित चूका स्पॉट से गोवा जैसा नजारा दिखाई देता है। 15 नवंबर से चुका स्पॉट खुलने के साथ पर्यटक आने शुरू हो गए हैं वहीं लंदन से एक फैमिली यहां पर्यटन स्थल का लुत्फ लेने आ रही है उनके लिए हल्दी डगा क्षेत्र में ठाकुर प्रशांत ¨सह के फार्म हाउस पर 4 टेंट लगाकर तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। विदेशी पर्यटकों के प्रवास पर आने के दौरान लाइट की व्यवस्था के लिए करीब डेढ़ दर्जन नई लालटेन खरीद कर लाई गई हैं। केरोसिन से जलने वाली लालटेन जगह जगह लगाकर क्षेत्र में प्रकाश की व्यवस्था की जानी है। विदेशी मेहमान डाइ¨नग टेबल पर मिट्टी के बर्तनों में भोजन करेंगे। व्यवस्था प्रभारी राजन ने बताया कि शनिवार देर शाम तक विदेशी पर्यटक पहुंचेंगे और 20 नवंबर को यहां से वापस चले जाएंगे।