शहर से लेकर गांवों तक बिजली व्यवस्था बदहाल
बरसात के मौसम में बिजली व्यवस्था शहर से लेकर गांवों तक में बदहाल हो गई है। उमस भरी गर्मी के बीच कई कई घंटों तक बिजली गुल रहना रोज की समस्या बना है। शहर में अनेक स्थानों पर अभी तक पुरानी जर्जर हो चुकी बिजली लाइनों से काम चलाया जा रहा है। लोड बढ़ते ही लाइन के तार टूट जाते हैं और बिजली आपूर्ति बाधित हो जाती है।
पीलीभीत,जेएनएन : बरसात के मौसम में बिजली व्यवस्था शहर से लेकर गांवों तक में बदहाल हो गई है। उमस भरी गर्मी के बीच कई कई घंटों तक बिजली गुल रहना रोज की समस्या बना है। शहर में अनेक स्थानों पर अभी तक पुरानी जर्जर हो चुकी बिजली लाइनों से काम चलाया जा रहा है। लोड बढ़ते ही लाइन के तार टूट जाते हैं और बिजली आपूर्ति बाधित हो जाती है।
गर्मी के सीजन में तो लोग बिजली समस्या को लेकर परेशान रहे ही लेकिन बरसात के मौसम में भी इसमें सुधार नहीं हो रहा। बारिश होते ही बिजली गुल हो जाना आम बात है। पूछने पर बताया जाता कि लाइन के तार टूट गए। शहर में एकता नगर, आवास विकास कॉलोनी, खुदागंज, शेर मोहम्मद, फीलखाना, नई बस्ती समेत कई ऐसे इलाके हैं, जहां बंच कंडक्टर केबल अभी नहीं डाली जा सकी है। मुख्य लाइनों के ऊपर पेड़ों की शाखाएं हैं। इधर काफी दिनों से पेड़ों की छंटाई भी नहीं कराई गई। ऐसे में बारिश के साथ जब तेज हवा चलती है तो पेड़ों की टहनियां टूटकर बिजली लाइनों पर गिर जाती हैं। ऐसे में तार टूट जाते हैं। बारिश के दौरान विभागीय कर्मचारी पेट्रोलिग भी नहीं कर पाते। जिन इलाकों में पुरानी जर्जर हो चुकी लाइनें हैं, वहां रोजाना ही यह समस्या है। ग्रामीण क्षेत्र का हाल तो और भी खराब है। शासन की ओर से गांवों में 14 से 16 घंटे की नियमित आपूर्ति निर्धारित है लेकिन मिल रही आठ से दस घंटे। इमरजेंसी कटौती के नाम पर शेड्यूल से ज्यादा रोस्टिग हो रही है। ऐसे में ग्रामीण उपभोक्ता उमस भरी गर्मी के बीच आधी रात तक बिजली का इंतजार करते रहते हैं। वास्तव में इस बार पूरे गर्मी के सीजन बिजली की अव्यवस्था रही है। पिछले वर्षों की तुलना में इस बार फाल्ट भी अधिक हो रहे हैं। विभागीय अधिकारियों को ध्यान देना चाहिए।
चंदन, अशोक कॉलोनी जहां लाइनें पुरानी हैं, वहां तो रोज ही समस्या बनी रहती है। शिकायत करने के बाद भी कई बार कर्मचारी लाइन दुरुस्त करने के लिए घंटों नहीं पहुंचते। उमस भरी गर्मी में बगैर बिजली समय काटना मुश्किल हो जाता है।
चंद्रप्रकाश, मुहल्ला दुर्गाप्रसाद शहर में बिजली व्यवस्था ठीक नहीं है। इससे आम घरेलू उपभोक्ताओं के साथ ही व्यापारियों को भी दिक्कत का सामना करना पड़ता है। लोकल फाल्ट में कमी लाने के प्रयास किए जाने चाहिए।
वीरेंद्र पाल शर्मा, स्टेशन रोड उपभोक्ताओं को बेहतर आपूर्ति देने का निरंतर प्रयास रहता है। फाल्ट होने पर कर्मचारी के समय पर न पहुंचने की बात गलत है। सूचना प्राप्त होते ही फील्ड कर्मचारी तत्काल मौके पर पहुंचकर फाल्ट दुरुस्त करते हैं।
-अतुल कुमार, एसडीओ (टाउन)