जिला अस्पताल कैंपस में पशुओं का आतंक
जिला संयुक्त अस्पताल कैंपस में सुअरों का आतंक बढ़ता जा रहा है। दिन-रात कैंपस में दर्जन भर सुअर घूमते रहते हैं। सुअरों के कारण कैंपस में शिकारियों का भी आना-जाना लगा रहता है। स्वास्थ्य कर्मी परेशान हैं। सुअरों के कैंपस व अस्पताल परिसर के पास घूमने से संक्रमण का खतरा बढ़ता जा रहा है।
पीलीभीत,जेएनएन: जिला संयुक्त अस्पताल कैंपस में सुअरों का आतंक बढ़ता जा रहा है। दिन-रात कैंपस में दर्जन भर सुअर घूमते रहते हैं। सुअरों के कारण कैंपस में शिकारियों का भी आना-जाना लगा रहता है। स्वास्थ्य कर्मी परेशान हैं। सुअरों के कैंपस व अस्पताल परिसर के पास घूमने से संक्रमण का खतरा बढ़ता जा रहा है।
रोज होता है शिकार: जिला संयुक्त अस्पताल कैंपस में दर्जन भर सुअरों ने आवास बना रखा है। तालाब के पास खाली पड़ी जमीन पर सुअरों का झुंड रहता है जो पूरे कैंपस में भी घूमता रहता है। शिकारी रात में घात लगाकर इन पर जानलेवा हमला करते हैं। मंगलवार सुबह शिकारी के प्रहार से घायल हुए सुअर की आवाज सुनकर आसपास के लोग निकल आए। उन्होंने शिकारी को पकड़ने का प्रयास किया लेकिन वह सुअर को लेकर भाग निकला।
गंदगी का अंबार
अस्पताल कैंपस में कई स्थानों पर कूड़े के ढेर लगे हुए हैं। इसके अलावा, कई घरों से निकलने वाले पानी का उचित निकास नहीं है। इस कारण गंदा पानी जमा होता रहता है। सुअरों के अनुकूल गंदगी का अंबार उन्हें फलने-फूलने का अवसर देता है।
नगर पालिका व अस्पताल प्रशासन में विवाद
कैंपस में साफ-सफाई की जिम्मेदारी को लेकर नगर पालिका व अस्पताल प्रशासन के बीच विवाद बना रहता है। नगर पालिका कैंपस की सफाई को अपना कार्यक्षेत्र नहीं मानती जबकि अस्पताल प्रशासन इसे पालिका की जिम्मेदारी बताता आया है। चहारदीवारी टूटी होने से घुसते हैं सुअर
अस्पताल कैंपस के पास कई कॉलोनियां बनी हुई हैं। कॉलोनियों में प्रवेश के लिए लोगों ने कैंपस की तरफ से चहारदीवारी तोड़ रखी है जिससे आपसास की मलिनबस्ती से सुअर कैंपस में घुस आते हैं। इसके अलावा, कैंपस में भी तालाब की ओर जाने वाले रास्ते की एक दीवार टूटी है जिससे सुअर घुस आते हैं। वर्जन- चहारदीवारी बनवाने के लिए जेई को बुलाकर स्टीमेट तैयार कराया जाएगा। शासन से धनराशि मिलने पर निर्माण कराया जाएगा। कैंपस में साफ-सफाई के लिए पालिका को व्यवस्था करनी चाहिए। इस बाबत कई बार ईओ से कहा भी गया है। अस्पताल प्रशासन की जिम्मेदारी अस्पताल के अंदर साफ-सफाई की होती है। आसपास की मलिन बस्तियों के लोग सुअरों को कैंपस में छोड़ जाते हैं जिससे समस्या उत्पन्न होती है। - डॉ. रतनपाल सिंह सुमन, सीएमएस जिला पुरुष अस्पताल