आखिरकार बंद हो गया दूरदर्शन केंद्र से 'प्रसारण'
भारत सरकार के निर्देश पर दूरदर्शन रिले केंद्र के प्रसारण को बंद कर दिया गया, जिससे ग्रामीण क्षेत्र की जनता दूरदर्शन के कार्यक्रम नहीं देख पाएगी।
जेएनएन, पीलीभीत : भारत सरकार के निर्देश पर दूरदर्शन रिले केंद्र के प्रसारण को बंद कर दिया गया, जिससे ग्रामीण क्षेत्र की जनता दूरदर्शन के कार्यक्रम नहीं देख पाएगी। इस संबंध में प्रसार भारती के अधिकारियों ने आदेश जारी कर दिए हैं।
स्थानीय सांसद और केंद्रीय महिला और बाल विकास मंत्री मेनका गांधी ने वर्ष 1989 में दूरदर्शन रिले केंद्र की स्थापना की थी। उस समय रिले केंद्र में 100 वॉट का ट्रांसमीटर लगाया गया था। आठ साल पहले दूरदर्शन रिले केंद्र के ट्रांसमीटर को उच्चीकृत कर 500 वॉट का यूएचएफ (अल्ट्रा हाई फ्रीक्वेंसी) कर दिया गया। दूरदर्शन रिले केंद्र से 25 किलोमीटर दायरे में कार्यक्रमों को टेलीविजन पर साफ दिखने लगे थे। प्रसार भारती ने एक महीने पहले दूरदर्शन रिले केंद्र पीलीभीत को बंद करने का आदेश जारी किया था। शनिवार को दूरदर्शन केंद्र बरेली से आए वरिष्ठ अभियंता सहायक राजीव लोचन शुक्ला ने दूरदर्शन रिले केंद्र से कार्यक्रमों के प्रसारण को बंद करा दिया। इस तरह शहरी और ग्रामीण क्षेत्र में दूरदर्शन के कार्यक्रमों का प्रसारण हमेशा के लिए पूरी तरह बंद हो गया। ऐसे में यूजर्स को बड़े एंटीना लगाकर कार्यक्रम देखने पड़ेंगे। वर्तमान समय में पांच कर्मचारियों का स्टाफ है।
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केबिल और डीटीएच से देख सकेंगे प्रोग्राम
दूरदर्शन रिले केंद्र से दूरदर्शन कार्यक्रमों का प्रसारण पूरी तरह बंद कर दिया गया है। अब दूरदर्शन रिले केंद्र के दायरे में आने वाले यूजर्स को केबिल और डीटीएच का सहारा लेना पड़ेगा। अभी ग्रामीण क्षेत्रों में केबिल की पहुंच नहीं है। सिर्फ पेमेंट और नॉन पेमेंट की डिश लगी हुई हैं।
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केंद्रीय मंत्री के समक्ष रखा जाएगा पूरा मामला
दूरदर्शन रिले केंद्र से प्रसारण बंद होना बहुत ही निराशाजनक खबर है। पूरे मामले को केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी के समक्ष रखा जाएगा। दूरदर्शन केंद्र को चालू कराने की दिशा में प्रयास किए जाएंगे।
-एमआर मलिक, प्रवक्ता
सांसद मेनका गांधी, पीलीभीत।