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स्वदेशी झालरों से जगमग होगी दीपावली

पीलीभीतजेएनएन दीपावली पर पहले चीनी उत्पाद सबसे ज्यादा बिका करते थे। विशेषकर रंग-बिरंगे छोटे-छोटे चावल के दाने के आकार वाले बल्बों से तैयार झालरें सबसे ज्यादा चीन की ही बिका करती थीं। पिछले साल से कुछ बदलाव आया है। गत वर्ष दीपावली पर चाइनीज आयटम का ही बिके। ज्यादातर लोगों ने पर्व पर स्वदेशी कंपनियों की झालरें बल्व मूर्तियों समेत सजावट का अन्य सामान खरीदना पसंद किया। इस साल तो दुकानों पर चीनी उत्पाद बिल्कुल नजर नहीं आ रहे। बिजली बाजार में स्वदेशी कंपनियों के उत्पादों की धूम है। हालांकि अभी बिक्री काफी हल्की है लेकिन कारोबारियों को आगामी दिनों में अच्छा व्यवसाय होने की उम्मीद है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 23 Oct 2021 11:31 PM (IST)Updated: Sat, 23 Oct 2021 11:31 PM (IST)
स्वदेशी झालरों से जगमग होगी दीपावली

पीलीभीत,जेएनएन : दीपावली पर पहले चीनी उत्पाद सबसे ज्यादा बिका करते थे। विशेषकर रंग-बिरंगे छोटे-छोटे चावल के दाने के आकार वाले बल्बों से तैयार झालरें सबसे ज्यादा चीन की ही बिका करती थीं। पिछले साल से कुछ बदलाव आया है। गत वर्ष दीपावली पर चाइनीज आयटम का ही बिके। ज्यादातर लोगों ने पर्व पर स्वदेशी कंपनियों की झालरें, बल्व, मूर्तियों समेत सजावट का अन्य सामान खरीदना पसंद किया। इस साल तो दुकानों पर चीनी उत्पाद बिल्कुल नजर नहीं आ रहे। बिजली बाजार में स्वदेशी कंपनियों के उत्पादों की धूम है। हालांकि अभी बिक्री काफी हल्की है लेकिन कारोबारियों को आगामी दिनों में अच्छा व्यवसाय होने की उम्मीद है।

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दीपावली पर्व पर गणेश-लक्ष्मी की मूर्तियों से लेकर बिजली की झालरों सहित सजावट के अन्य सामान के साथ साथ पटाखों के बाजार में चीनी उत्पादों की हिस्सेदारी साठ फीसद के आसपास रही है। यानि चीनी उत्पादों की ओर ग्राहकों का रुझान अधिक रहता रहा है। स्वदेशी उत्पाद भले ही गुणवत्ता में चीनी उत्पादों से बेहतर होते हैं लेकिन आकर्षण विदेशी कंपनी के उत्पादों का रहता रहा है। इसका एक कारण यह भी रहा कि चीनी उत्पाद गुणवत्ता में भले ही खरे न उतरते हों लेकिन कीमत में सस्ते मिल जाते थे। हालांकि बिजली की झालरें या कोई अन्य आयटम एक बार खराब हुआ तो फिर ठीक नहीं हो सकता। मगर अब लोगों में कोरोनाकाल से स्वदेशी के प्रति लगाव बढ़ा है। बाजार में भी माहौल चीनी उत्पादों के खिलाफ बन गया है। इसी कारण दुकानदार अब चीनी उत्पाद नहीं मंगा रहे। इलेक्ट्रिक मार्केट में प्रमुख कारोबारी मोहित गंगवार कहते हैं कि चीनी आयटम अब नहीं बिकते। बिजली की झालरों समेत अन्य सजावटी सामान दिल्ली से स्वदेशी कंपनियों का आ रहा है। हालांकि इलेक्ट्रिक मार्केट अभी ठंडा है लेकिन आगामी दिनों में इसमें तेजी आने की उम्मीद है। विभिन्न आयटम के दाम लगभग पिछले साल जैसे ही हैं। कई चीजों के दाम तो पिछले साल की तुलना में कुछ कम हो गए हैं।


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