ओवरब्रिज के साथ मिली डेमू की सौगात
इस बार तो शहर भी बोलेगा हैप्पी दीपावली। नौगवां रेलवे क्रा¨सग पर ओवरब्रिज के साथ ही डेमू ट्रेन की सौगात मिली है।
पीलीभीत : इस बार तो शहर भी बोलेगा हैप्पी दीपावली। नौगवां रेलवे क्रा¨सग पर ओवरब्रिज के साथ ही पीलीभीत से बरेली तक डेमू ट्रेन की शहर को सौगात जो मिली है। ओवरब्रिज चालू हो जाने के बाद यातायात सुगम हुआ है। अनावश्यक रूप से लोगों को क्रा¨सग पर लगने वाले जाम से मुक्ति मिली है। साथ ही प्रतिबंध कारगर हो जाने के बाद शहर से पॉलीथिन भी गायब हो चुकी है। इससे प्रदूषण का स्तर कम हुआ है।
शहर में नौगवां रेलवे क्रा¨सग पर ओवरब्रिज की आवश्यकता तो कई दशकों से महसूस की जाती है। कई बार चुनावों में भी यह मुद्दा बना लेकिन केंद्र में मोदी सरकार बनने के बाद रेलवे से इसके लिए मंजूरी दिलाने का कार्य केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका संजय गांधी ने किया। ओवरब्रिज की एप्रोच रोड का निर्माण राज्य सरकार के माध्यम से कराने की स्वीकृति दिलाने में सपा सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे हाजी रियाज अहमद की खास भूमिका रही। ओवरब्रिज बनकर तैयार होने के बाद इसे इसी साल आवागमन के लिए खोल दिया गया। इसी महीने की पहली तारीख से रेलवे ने पीलीभीत से बरेली तक यात्रा करने वालों को डेमू ट्रेन की सौगात दी है। इस ट्रेन को यात्री काफी पसंद कर रहे हैं। शहर के लिए पॉलीथिन के प्रदूषण की सबसे बड़ी समस्या रही है। कई बार इस पर प्रतिबंध लगाने की कोशिशें हुईं लेकिन सफलता नहीं मिली। इस साल पॉलीथिन के प्रतिबंध को सख्ती से लागू किया गया तो दुकानदारों ने भी विकल्प अपनाने में देरी नहीं लगाई। इसी का नतीजा है कि अब शहर में पॉलीथिन लगभग गायब हो चुकी है। देसी अपनाएं, चाइनीज ठुकराएं
दीपावली के त्योहार पर सजावट का तमाम सामान चाइना मेड बिकता रहा है। चाइनीज आइटम सस्ते जरूर मिल जाते हैं लेकिन टिकाऊ बिल्कुल नहीं होते। ऐसे में इन्हें खरीदकर इस्तेमाल करना घाटे का सौदा है। हालांकि इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी स्वदेशी उत्पाद अपनाने का आह्वान किया हुआ है। पहले की तुलना में दीपावली पर चाइनीज आइटम अब उतने नहीं बिकते। लोग धीरे-धीरे जागरूक हो रहे हैं।