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कई रूटों पर दौड़ रहीं रोडवेज की खटारा बसें

रोडवेज की अपनी कई बसें पूरी तरह खटारा हैं लेकिन फिर भी सड़कों पर दौड़ाई जा रही हैं। अनुबंधित बसों में चालक तो प्राइवेट रहता है लेकिन परिचालक विभागीय कर्मचारी को लगाया जाता है। वर्तमान में रोडवेज डिपो में कुल 16 बसें अनुबंधित हैं।

By JagranEdited By: Published: Sat, 17 Oct 2020 10:49 PM (IST)Updated: Sat, 17 Oct 2020 10:49 PM (IST)
कई रूटों पर दौड़ रहीं रोडवेज की खटारा बसें
कई रूटों पर दौड़ रहीं रोडवेज की खटारा बसें

पीलीभीत,जेएनएन : रोडवेज की अपनी कई बसें पूरी तरह खटारा हैं लेकिन फिर भी सड़कों पर दौड़ाई जा रही हैं। अनुबंधित बसों में चालक तो प्राइवेट रहता है लेकिन परिचालक विभागीय कर्मचारी को लगाया जाता है। वर्तमान में रोडवेज डिपो में कुल 16 बसें अनुबंधित हैं। इसमें 11 एसी और 5 नान एसी हैं। नान एसी सभी अनुबंधित बसें संचालित हैं जबकि एसी फिलहाल छह चल रही हैं। डिपो में कुल 96 बसें राज्य परिवहन निगम की चल रही हैं।

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प्राइवेट बसों को अनुबंधित करते समय उनकी फिटनेस की वैधता तो जांची जाती है। निगम की अपनी 96 बसों में कई ऐसी भी हैं, जो खटारा हो रही हैं। फिर भी यात्रियों को भरकर इन बसों का सड़कों पर दौडा़या जा रहा है। किसी की खड़कियां टूटी हैं तो किसी में दूसरा गेट नहीं होता। बॉडी खटारा होने के कारण जब ये बसें सड़कों पर दौड़ती हैं तो खड़खड़ाहट का शोर मचता रहता है। कई बसें ऐसी भी हैं, जिनकी खिड़कियों में ग्रिल लगी रहती है। आपातकालीन स्थिति में यात्री खिड़की से बाहर निकलना चाहें तो मुश्किल आती है। रोडवेज बस स्टेशन के निकट ही प्राइवेट बसों का अड्डा है। यहां से जहानाबाद, रिछा, अमरिया आदि के लिए बसें संचालित हो रही हैं। इनमें भी कई बसें खटारा चल रही हैं। इनसेट

बसों की फिटनेस के ये हैं नियम

सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी अमिताभ राय के अनुसार बस की फिटनेस में स्पीड गवर्नर, रिफ्लेक्टर, इमरजेसी गेट, दरवाजे और खिड़कियों की स्थिति को चेक किया जाता है। इनमें से किसी में भी गड़बड़ी होने पर विभाग से प्रमाणपत्र तब तक जारी नहीं होता, जब तक उन कमियों में सुधार न करा लिया जाए। एआरटीओ के अनुसार रोडवेज की जिस अनुबंधित बस से हादसा हुआ, वह 2016 माडल की है और उसकी फिटनेस भी पूरी तरह वैध थी। पिकअप की भी फिटनेस ठीक थी। इनसेट

रोडवेज की अपनी या अनुबंधित बस से सड़क हादसा होने पर विभाग की ओर से किसी तरह की जांच कराने का कोई प्रावधान नहीं है। डिपो के बेड़े में निगम की कुल 96 बसें हैं। ये सभी बरेली में रजिस्टर्ड हैं। वहां हर साल नियमित रूप से इन बसों की फिटनेस कराई जाती है। फिलहाल डिपो में कोई खटारा बस संचालित नहीं हो रही।

वीके गंगवार, एआरएम, रोडवेज


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