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कोविड अस्पताल की खिड़की से कूदकर बंदी फरार

जिला महिला चिकित्सालय में बने कोविड एल-2 अस्पताल में भर्ती कोरोना पॉजिटिव बंदी ड्यूटी पर तैनात पुलिस को चकमा देकर खिड़की से कूदकर फरार हो गया। पुलिस खोजबीन कर रही है। हालांकि अभी तक उसका कोई सुराग नहीं लगा है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 27 Sep 2020 11:31 PM (IST)Updated: Sun, 27 Sep 2020 11:31 PM (IST)
कोविड अस्पताल की खिड़की से कूदकर बंदी फरार
कोविड अस्पताल की खिड़की से कूदकर बंदी फरार

पीलीभीत,जेएनएन : जिला महिला चिकित्सालय में बने कोविड एल-2 अस्पताल में भर्ती कोरोना पॉजिटिव बंदी ड्यूटी पर तैनात पुलिस को चकमा देकर खिड़की से कूदकर फरार हो गया। पुलिस खोजबीन कर रही है। हालांकि अभी तक उसका कोई सुराग नहीं लगा है।

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बदायूं नगर के मुहल्ला जोगीपुरा निवासी न्यायिक अभिरक्षा बंदी शशांक बजाज को पिछले दिनों कोर्ट से जारी वारंट के आधार पर पुलिस ने गिरफ्तार किया था। कोरोना जांच के लिए उसका सैंपल लिया गया था। जांच कराने पर वह पॉजिटिव निकला। इस पर बंदी को जिला महिला अस्पताल में बने कोविड एल-2 अस्पताल में भर्ती कराया गया। अस्पताल भवन के द्वितीय तल पर संक्रमित बंदियों को भर्ती किया जाता है। सुरक्षा के लिए सदर कोतवाली से रोजाना पुलिस कर्मियों की ड्यूटी लगाई जाती है। रविवार को सुबह ड्यूटी कांस्टेबल उदयपाल सिंह ने फोन पर सदर कोतवाल श्रीकांत द्विवेदी को बंदी के फरार होने की जानकारी दी। इस पर सदर कोतवाल मौके पर पहुंचे। उन्होंने जांच की। जांच में पाया गया कि शनिवार की रात 11.30 बजे चिकित्सा टीम के राउंड के दौरान बंदी अपने बेड पर मौजूद था। इससे पता चला कि रात्रि 11.30 से रविवार को सुबह 6 बजे के मध्य वह फरार हुआ है। बंदी की सुरक्षा में सिपाही उदयपाल सिंह, मोहम्मद ताहिर तथा रणजीत सिंह की ड्यूटी थी। पुलिस फरार बंदी की तलाश में जुट गई है, लेकिन अभी तक सुराग नहीं लगा है। सदर कोतवाल ने बंदी के फरार होने के मामले में पुलिस अधीक्षक को भेजी रिपोर्ट में बंदी की सुरक्षा में लगे पुलिस कर्मियों की लापरवाही का उल्लेख करते हुए विभागीय कार्रवाई किए जाने की संस्तुति की है। खिड़कियों पर लोहे की जाली लगाने की मांग

जिला महिला अस्पताल में संचालित कोविड एल-2 अस्पताल की खिड़की से कूदकर बंदी के फरार होने की घटना के मद्देनजर सदर कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक श्रीकांत द्विवेदी ने जिलाधिकारी पुलकित खरे को पत्र भेजकर खिड़कियों पर लोहे की जाली लगाने की मांग की है। उनका कहना है कि खिड़कियों पर कांच लगा होने से बंदियों के फरार होने की आशंका बनी रहती है।

पहले भी दो बंदी फरार हुए शहर में राजकीय ललित हरि आयुर्वेदिक कॉलेज परिसर में संचालित कोविड अस्पताल से भी विगत माह दो बंदी फरार हो गए थे। एक बंदी तो बीसलपुर कोतवाली क्षेत्र का था। जिसके खिलाफ नाबालिग लड़की को अगवाकर दुष्कर्म करने का मुकदमा दर्ज है। पुलिस उसे दिल्ली से गिरफ्तार कर लाई थी। कोविड अस्पताल से फरार होने के बाद उसकी गिरफ्तारी के लिए 25 हजार रुपये का इनाम भी घोषित किया गया था। हालांकि मशक्कत के बाद पुलिस उसे दोबारा गिरफ्तार करने में कामयाब हो गई। इसके अलावा एक अन्य बंदी भी फरार हो गया था, जो अगले दिन कोविड अस्पताल के नजदीक स्थित प्राइमरी स्कूल से पकड़ लिया गया था।


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