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डायलिसिस यूनिट का निर्माण अगले माह पूरा होने की उम्मीद

पीलीभीतजेएनएन आम लोगों को स्वास्थ्य संबंधी बेहतर सुविधाएं मुहैया कराने के लिए केंद्र और राज्य सरकार ने जिला स्तर पर कई कारगर कदम उठाए हैं लेकिन सरकारी व्यवस्था के चलते धरातल पर सुविधाएं पहुंचने में दिक्कत आ रही है। किडनी के मरीजों को डायलिसिस की स्थानीय स्तर पर ही उपलब्ध कराने के मकसद से डायलिसिस यूनिट का निर्माण किए जाने को मंजूरी दी गई। निर्माण शुरू हो गया लेकिन बजट के अभाव में ब्रेक लग गया। जिस कारण डायलिसिस यूनिट का निर्माण कई माह पहले पूरा हो जाना चाहिए था लेकिन अभी तक निर्माण पूरा नहीं हो सका है। कुछ रोज पहले ही बजट आने से अब निर्माण को गति मिलने की उम्मीद बंधी है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 20 Sep 2021 11:42 PM (IST)Updated: Mon, 20 Sep 2021 11:42 PM (IST)
डायलिसिस यूनिट का निर्माण अगले माह पूरा होने की उम्मीद
डायलिसिस यूनिट का निर्माण अगले माह पूरा होने की उम्मीद

पीलीभीत,जेएनएन : आम लोगों को स्वास्थ्य संबंधी बेहतर सुविधाएं मुहैया कराने के लिए केंद्र और राज्य सरकार ने जिला स्तर पर कई कारगर कदम उठाए हैं, लेकिन सरकारी व्यवस्था के चलते धरातल पर सुविधाएं पहुंचने में दिक्कत आ रही है। किडनी के मरीजों को डायलिसिस की स्थानीय स्तर पर ही उपलब्ध कराने के मकसद से डायलिसिस यूनिट का निर्माण किए जाने को मंजूरी दी गई। निर्माण शुरू हो गया लेकिन बजट के अभाव में ब्रेक लग गया। जिस कारण डायलिसिस यूनिट का निर्माण कई माह पहले पूरा हो जाना चाहिए था, लेकिन अभी तक निर्माण पूरा नहीं हो सका है। कुछ रोज पहले ही बजट आने से अब निर्माण को गति मिलने की उम्मीद बंधी है। अगर सबकुछ ठीक रहा तो डायलिसिस यूनिट का निर्माण अगले माह पूरा होने की संभावना है।

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सदर विधायक संजय सिंह गंगवार ने जिले में डायलिसिस यूनिट का निर्माण किए जाने की मांग मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से की थी। इस मामले को लेकर सदर विधायक ने उनसे कई बार मुलाकात भी की। जिसके बाद मुख्यमंत्री ने डायलिसिस यूनिट का निर्माण किए जाने को हरी झंडी दे दी थी। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने संयुक्त जिला चिकित्सालय परिसर में ब्लड बैंक के नजदीक डायलिसिस यूनिट की स्थापना के लिए भूमि चयनित की। विगत नवंबर वर्ष 2020 में राज्य सरकार की ओर से डायलिसिस यूनिट का निर्माण किए जाने के लिए 59 लाख 22 हजार रुपये का बजट स्वीकृत किया गया था। साथ ही निर्माण के लिए उत्तर प्रदेश राज्य निर्माण सहकारी संघ को कार्यदायी संस्था बनाते हुए जिम्मेदारी दी गई। कार्यदायी संस्था को बजट के आधे हिस्से की धनराशि भी मुहैया करा दी गई थी। जिसके बाद चयनित स्थान पर डायलिसिस यूनिट का निर्माण शुरू कर दिया गया। कार्यदायी संस्था ने छह माह के भीतर निर्माण पूरा होने की संभावना जताई थी। लेकिन त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव संबंधी अधिसूचना जारी होने तथा फिर कोरोना महामारी के चलते कार्यदायी संस्था को बाकी बजट उपलब्ध नहीं कराया जा सका। जिस कारण निर्माण कार्य में ब्रेक सा लग गया था। इस मामले की जानकारी होने पर सदर विधायक संजय सिंह गंगवार ने फिर शासन स्तर पर बजट के लिए पैरवी की। जिसके परिणामस्वरूप शासन की ओर से कार्यदायी संस्था को कुछ दिन पहले ही बाकी बजट भी उपलब्ध करा दिया गया है। जिससे अगले माह डायलिसिस यूनिट का निर्माण पूरा होने की उम्मीद बंधी है। फिलहाल निर्माण कार्य को तीव्रता से किए जाने की जरूरत है। दिल्ली की निजी कंपनी करेगी संचालित

केंद्र सरकार की ओर से डायलिसिस यूनिट के संचालन की जिम्मेदारी डीसीडीसी हेल्थ सर्विस प्राइवेट लिमिटेड नामक निजी कंपनी को दी गई है। भवन निर्माण पूरा होने के बाद कंपनी के विशेषज्ञ मशीनों को स्थापित करेंगे। साथ ही कंपनी की ओर से ही डायलिसिस करने के लिए प्रशिक्षित स्टाफ नियुक्त किया जाएगा।

दूरस्थ स्थानों की दौड़ से मिलेगी निजात

जनपद के गुर्दा रोग से पीड़ित मरीजों को डायलिसिस कराने के लिए बरेली आदि दूरस्थ स्थानों पर जाना पड़ता है। जिससे समय और धन दोनों की बर्बादी होती है। संयुक्त जिला चिकित्सालय में डायलिसिस यूनिट स्थापित होने के बाद जिले के मरीजों को खासी राहत मिलेगी। ----वर्जन----

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डायलिसिस यूनिट के निर्माण संबंधी बजट की दूसरी किस्त जारी होने में विलंब हो गया था, लेकिन अब बजट उपलब्ध करा दिया गया है। जल्द ही डायलिसिस यूनिट का निर्माण पूरा होने की संभावना है।

- डॉ. सीमा अग्रवाल, सीएमओ


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