कुंभ में गोमती पर होगा मंथन, जिलों के डीएम रहेंगे शामिल
इस बार प्रयागराज में हो रहे कुंभ में गोमती की भागीदारी भी सुनिश्चित रहेगी।
जेएनएन, पीलीभीत : इस बार प्रयागराज में हो रहे कुंभ में गोमती की भागीदारी भी सुनिश्चित रहेगी। वहां पर कुंभ के दौरान गोमती पर दो दिवसीय सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा। इसमें उन सभी जिलों के जिलाधिकारी भी शामिल रहेंगे, जहां से होकर गोमती नदी निकलती है।
गोमती की धारा को अविरल बनाने का अभियान सबसे पहले लोक भारती नामक संस्था ने शुरू किया। सिर्फ पीलीभीत ही नहीं बल्कि अन्य जिलों में भी इस लप्त होती नदी को बचाने के लिए जन सहभागिता से अभियान चलाया गया। बाद में जब प्रदेश में भाजपा की सरकार आई तो इस अभियान को और ज्यादा गति मिली। जिले में जहां पहले अनेक स्थानों पर गोमती नदी सूखी पड़ी थी, वहां अब जलधारा बहने लगी है। गोमती नदी पीलीभीत जिले के माधोटांडा स्थित फुलहर झील से निकलकर लगभग एक दर्जन जिलों में होते हुए बनारस के आगे गंगा में विलीन हो जाती है। गोमती का उद्गम इसी जिले में होने के कारण अभियान से जुड़े कार्यकर्ता खासे उत्साहित हैं। लोक भारती के राष्ट्रीय संगठन मंत्री बृजेंद्र ¨सह के अनुसार प्रयागराज में होने वाले कुंभ के दौरान 16 व 17 फरवरी को संगम तट पर बसे कुंभ नगर में विशाल गोमती सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा। इसके लिए सरकार ने भी अपनी सहमति दे दी है। इस सम्मेलन में अब तक गोमती की धारा को अविरल बनाने के लिए क्या क्या कार्य अभियान के दौरान पूरे हो चुके हैं, इस पर चर्चा होगी। साथ ही आने वाले समय में क्या क्या कार्य कराए जाने हैं, इसकी भी रूपरेखा तैयार की जाएगी। उन्होंने बताया कि गोमती के दो दिवसीय सम्मेलन में उन सभी जिलों के जिलाधिकारी भी शामिल रहेंगे, जिन जनपदों से होकर गोमती नदी निकली है।
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