भाई ही निकला संजीव का कातिल
आखिरकार भाई ही सराफा कारोबारी संजीव वर्मा का हत्याभियुक्त निकला। दोस्त के साथ मिलकर 2.90 लाख रुपये और 25 बीघा पुश्तैनी जमीन के लालच में वारदात को अंजाम दिया। पुलिस ने दोनों आरोपितों को गिरफ्तार कर वारदात का पर्दाफाश करने का दावा किया है। आरोपितों की निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त बांका व लाठी बरामद कर ली गई है।
पीलीभीत : आखिरकार भाई ही सराफा कारोबारी संजीव वर्मा का हत्याभियुक्त निकला। दोस्त के साथ मिलकर 2.90 लाख रुपये और 25 बीघा पुश्तैनी जमीन के लालच में वारदात को अंजाम दिया। पुलिस ने दोनों आरोपितों को गिरफ्तार कर वारदात का पर्दाफाश करने का दावा किया है। आरोपितों की निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त बांका व लाठी बरामद कर ली गई है।
बीसलपुर के मुहल्ला एकता नगर निवासी सराफा कारोबारी संजीव वर्मा की हत्या 18 मार्च की रात कर दी गई थी। शव गांव शाहबाजपुर के निकट देवहा नदी की ढबरी से मंगलवार को सुबह बरामद किया गया था। मृतक की पत्नी सुनीता वर्मा ने संदेह के आधार पर देवर सोनू उर्फ आरिफ के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था। बुधवार को अपर पुलिस अधीक्षक रोहित मिश्र ने वारदात का पर्दाफाश करते हुए बताया कि मृतक संजीव वर्मा और उसका भाई हत्यारोपित सोनू उर्फ आरिफ दोनों मिलकर तंत्र विद्या से ठगी का कार्य करते रहे हैं। सोनू परिवार समेत बरेली जिला के फरीदपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत भगवंतापुर में रह रहा था। उसी थाना क्षेत्र के गांव करूबा का निवासी झनकारी मौर्य पुत्र रामाधार मौर्य से भी दोनों ने 2.90 रुपये तंत्र विद्या के नाम पर ठग लिए थे। जब झनकारी को ठगी का अहसास हुआ तो उसने नाराजगी जताते हुए सोनू से रकम मांगी। सोनू ने जब भाई से रकम मांगी तो दोनों में काफी कहासुनी हो गई। इस पर सोनू ने मन ही मन सगे भाई की हत्या की योजना बना डाली। झनकारी को समझाया कि उसे चार लाख रुपये मिल जाएंगे। वह हत्या करने में उसकी मदद करे। दोनों ने योजना बनाकर संजीव को रढ़ैता गांव में यह कहकर बुलाया कि एक पार्टी तीन लाख रुपये लेकर आ रही है, उसकी रकम को तंत्र विद्या से दोगुना करना है। जब 18 मार्च की शाम संजीव बताए गए स्थान पर पहुंच गया तो सोनू उसे साथ लेकर शाहबाजपुर के जंगल में देवहा नदी की ढबरी पर ले गए। झाड़ियों में छिपे झनकारी ने पीछे से संजीव के सिर पर बांका से प्रहार कर दिया,जिससे संजीव जमीन पर गिर गया, इसके बाद दोनों ने लाठी व बांका से उस पर कई प्रहार किए , जिससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई। एएसपी के मुताबिक आरोपितों को बुधवार सुबह भड़रिया मोड़ से गिरफ्तार किया गया। निशानदेही पहनी हुई दो जैकेट खून के धब्बे लगी तथा एक अंगौछा व घटना में प्रयुक्त पल्सर बाइक बरामद हुई है। उन्होंने बताया कि घटना के पर्दापाश में स्वाट टीम प्रभारी नरेंद्र यादव, सर्विलांस टीम प्रभारी नरेश कश्यप, बीसलपुर के प्रभारी निरीक्षक जयप्रकाश यादव आदि शामिल रहे हैं। बताते हैं कि 15 साल पहले सोनू ने इस्लाम धर्म स्वीकार कर लिया था। दोनों सराफा व्यवसाय की आड़ में कथित तंत्र विद्या के सहारे लोगों को रुपये दोगुने करने का झांसा देकर ठगी करते थे।