आयुर्वेदिक कॉलेज में चार मंजिला बनेगा चिकित्सालय
ललित हरि राजकीय आयुर्वेदिक कॉलेज में स्थित चिकित्सालय मानकों के विपरीत है। चार मंजिला अस्पताल बनेगा।
पीलीभीत : ललित हरि राजकीय आयुर्वेदिक कॉलेज में स्थित चिकित्सालय मानकों के विपरीत है। इस बाबत भारतीय चिकित्सा केंद्रीय परिषद समय-समय पर आपत्ति जताती रही है। अब कॉलेज प्रशासन इस मामले को लेकर संजीदा हुआ है। मानकों के मुताबिक चिकित्सालय का निर्माण कराने के लिए कालेज प्रशासन ने निदेशालय को प्रस्ताव भेज दिया है, जिसके तहत चार मंजिला भवन निर्माण पर करीब ग्यारह करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है।
ललित हरि राजकीय आयुर्वेदिक कालेज में चिकित्सालय का संचालन तो शुरू से ही हो रहा है। समय-समय चिकित्सालय में निर्माण कार्य कराया जाता रहा है। कहने को चिकित्सालय में सौ बेड की सुविधा है, लेकिन यह औपचारिक तौर पर ही है। भारतीय चिकित्सा केंद्रीय परिषद चिकित्सालय की सुविधाओं को मानकों के विपरीत होने पर कई बार एतराज जता चुकी है। मानकों के पालन की हकीकत जानने के लिए केंद्रीय परिषद की टीम आती है। निरीक्षण के बाद निर्देशों की फेहरिस्त जारी कर दी जाती है, लेकिन नतीजा सिफर ही रहता है। कालेज के निवर्तमान प्राचार्य डॉ. एसएन सिंह ने मानकों का पालन करने के लिए गंभीर रुख अपनाया था। डॉ. सिंह की पहल पर ही महिला छात्रावास तथा चिकित्सालय निर्माण कराने के बारे में काफी लिखापढ़ी की गई थी। वर्तमान में डॉ. सिंह निदेशक पद पर कार्यरत हैं। लिहाजा उन्होंने अपने ओहदे के रसूख का इस्तेमाल कर स्थानीय कालेज की कायाकल्प करने की कवायद शुरू कर दी है।
आयुर्वेदिक कालेज में चिकित्सालय का निर्माण नए सिरे से कराने के लिए कालेज प्रशासन ने यूपी स्टेट कांस्ट्रक्शन एंड इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कारपोरेशन से मानचित्र और स्टीमेट तैयार कराया है। साथ ही चिकित्सालय निर्माण संबंधी प्रस्ताव बीते दिन आयुर्वेदिक निदेशालय को भेज दिया गया है। निदेशालय से यह प्रस्ताव संस्तुति के साथ शासन को भेज दिया जाएगा। प्रस्ताव के तहत कालेज में चिकित्सालय के लिए चार मंजिला भवन का निर्माण किया जाएगा। निर्धारित मानकों के अनुसार चौदह विभागों के अलावा अन्य कार्यालय आदि की सुविधा होगी। चिकित्सालय में सौ बेड की सुविधा होगी। चिकित्सालय के प्रमुख विभाग
पंचकर्म
काय चिकित्सा
शल्य तंत्र
शालाक्य
प्रसूती
बाल रोग
योग
अनुसंधान
आयुर्वेदिक कॉलेज में मानकों के अनुसार सौ बेड क्षमता के चिकित्सालय निर्माण के लिए प्रस्तव निदेशालय को भेज दिया गया है। निदेशालय से आवश्यक औपचारिकता पूरी होने के बाद यह प्रस्ताव शासन को भेज दिया जाएगा। शासन की मंजूरी के बाद बजट आवंटित किए जाने की प्रक्रिया शुरू होगी। चिकित्सालय निर्माण पर ग्यारह करोड़ रुपये की लागत का अनुमान है। - -डॉ. आरके तिवारी, प्राचार्य आयुर्वेदिक कॉलेज।