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अनदेखी से खुर्द-बुर्द हो रहीं पुरातत्व की धरोहरें

बीसलपुर तहसील क्षेत्र का गांव इलावास पुरातत्व की धरोहर है। यहां प्राचीन देवी मंदिर है। उसके चारों ओर टीले हुआ करते थे।

By JagranEdited By: Published: Sun, 25 Oct 2020 11:45 PM (IST)Updated: Mon, 26 Oct 2020 05:01 AM (IST)
अनदेखी से खुर्द-बुर्द हो रहीं पुरातत्व की धरोहरें

पीलीभीत, देवेंद्र देवा: बीसलपुर तहसील क्षेत्र का गांव इलावास पुरातत्व की धरोहर है। यहां प्राचीन देवी मंदिर है। उसके चारों ओर टीले हुआ करते थे। ग्रामीणों ने खेत समतल करने के लिए वर्षों पहले जब खोदाई की तो अनेक प्राचीन मूर्तियां व शिलालेख मिले। पुरातत्व विभाग तक मामला पहुंचा तो विभाग के विशेषज्ञों की टीम आई। पुरातत्व विभाग ने यहां उत्खनन के लिए संस्तुति की, लेकिन वह अभी तक फाइलों में ही कैद है। यहां रुहेलखंड विश्वविद्यालय के प्राचीन इतिहास विभाग की टीम भी अप्रैल 2019 में सर्वे कर चुकी है। प्रशासन की अनदेखी से ग्रामीण जब तब वहां खोदाई करते रहते हैं, जिसमें अक्सर प्राचीन सिक्के निकल आते हैं। पिछले दिनों कुछ ग्रामीणों ने कथित खजाना पाने के लालच में बेतरतीब ढंग से वहां खोदाई कर डाली। इससे पुरातत्व की यह धरोहर खुर्द-बुर्द हो सकती है।

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बिलसंडा विकास खंड क्षेत्र में आने वाले इलावास को पर्यटन स्थल बनाने की घोषणा मुख्यमंत्री स्वयं कर चुके हैं। इसी साल फरवरी में जब मुख्यमंत्री का दौरा नूरानपुर में हुआ था, तब इस क्षेत्र को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के लिए 50 लाख की धनराशि देने की घोषणा भी की थी। यहां स्थित प्राचीन मंदिर के प्रति लोध किसान बिरादरी के लोगों की बहुत आस्था है। आसपास के जिलों से भी इस बिरादरी के तमाम लोग दर्शन पूजन करने वहां पहुंचते हैं। यहां खोदाई में निकला शिलालेख 13वीं सदी का माना जाता है। अति प्राचीन मूर्तियां चोरी हो चुकी हैं। विगत 12 सितंबर को यहां अवैध ढंग से खनन किया गया। कुछ लोगों ने कथित रूप से वहां खजाना होने की बात कही तो रात के अंधेरे में लोग खोदाई करने जा पहुंचे थे। मामले की जानकारी मिलने पर स्थानीय पुलिस के पहुंचने से पहले ही वे लोग फरार हो गए थे। हालांकि पुलिस ने कोई लिखापढ़त नहीं की। इस तरह के मामले वहां अक्सर होते हैं।

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पीएमओ तक मामला पहुंचा चुके हैं शिवम

शहर के सिविल लाइंस साउथ निवासी शिवम कश्यप एडवोकेट ने बीसलपुर के एसडीएम से फोन पर कुछ स्थानीय लोगों द्वारा धरोहर को खुर्द-बुर्द करने की शिकायत भी की थी। पुरातत्व विभाग पहले ही जिला प्रशासन को वहां पर उत्खनन कराने की व्यवस्था के लिए पत्र भेज चुका है। शिवम इस मामले को पीएमओ तक पहुंचा चुके हैं। उन्होंने वहां पर खोदाई में मिलीं प्राचीन वस्तुओं का संग्रहालय बनवाने के लिए विगत दिनों फिर पुरातत्व विभाग के निदेशक को पत्र भेजा है।

वर्जन

पुरातत्व विभाग की ओर से उत्खनन कराने की व्यवस्था के लिए पत्र भेजने का मामला अभी तक संज्ञान में नहीं है। संबंधित विभाग से जानकारी कर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।

- पुलकित खरे, जिलाधिकारी


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