ग्राम न्यायालय गठन के विरोध में लगाया जाम
आक्रोश गुरुवार को भी न्यायिक कार्य से विरत रहने का प्रस्ताव पास टनकपुर हाईवे पर दोनों तरफ वाहनों की लग गईं कतारें मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन एसडीएम सदर को सौंपा फोटो 16 पीआइएलपी 1 2 3 4
संवाद सूत्र, पीलीभीत : ग्राम न्यायालय के गठन के विरोध में बुधवार को अधिवक्ताओं ने टनकपुर रोड जाम लगातर प्रदर्शन किया। दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतारें लग गईं। अधिवक्ताओं ने मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन एसडीएम सदर वंदना त्रिवेदी को दिया। अधिवक्ताओं ने गुरुवार को भी न्यायिक कार्य से विरत रहने का प्रस्ताव पारित किया।
पूरनपुर में ग्राम न्यायालय के गठन के विरोध में बुधवार को करीब 11 बजे दिन अधिवक्ताओं ने जुलूस निकालकर टनकपुर रोड जाम कर दिया। सड़क के दोनों ओर लंबी लाइन वाहनों की लग गई। इसी बीच आयी एक एंबुलेंस को अधिवक्ताओं ने मानवता का परिचय देते हुए रास्ता देकर निकाला। अधिवक्ताओं ने केंद्र सरकार व प्रदेश सरकार की नीतियों की भर्त्सना कर जमकर नारेबाजी की। सभा स्थल पर एसडीएम वंदना त्रिवेदी को मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन दिया। सभा स्थल पर सीओ सिटी सहित तमाम पुलिस तैनात रही। अधिवक्ताओं ने सेंट्रल बार में बैठक कर ग्राम न्यायालय के गठन के विरोध में चर्चा की। अधिवक्ताओं ने कहा कि ग्राम न्यायालय के गठन से न्यायिक प्रक्रिया दूषित हो जाएगी। वादकारी सुरक्षित नहीं हैं। ग्राम न्यायालय के आदेश के विरुद्ध अपील नहीं होगी। जिससे न्याय की परिकल्पना पूरी नहीं हो सकेगी। पीलीभीत जनपद का क्षेत्रफल भी कम है। लोकसभा चुनाव बहेड़ी (बरेली) विधानसभा को शामिल किया जाता है और लंबित मुकदमों की संख्या भी कम है। बैठक में गुरुवार को भी अधिवक्ताओं ने न्यायिक कार्य से विरत रहने का प्रस्ताव पारित किया। 17 अक्टूबर को पुन: बैठक कर अगली रणनीति तय की जाएगी। अधिवक्ताओं का प्रतिनिधिमंडल लखनऊ जाकर विधि मंत्री एवं प्रमुख सचिव न्याय से मिलकर ग्राम न्यायालय के गठन के प्रस्ताव को वापस लेने की मांग करेगा।
सभा स्थल पर संयुक्त बार एसोसिएशन के अध्यक्ष रामऔतार रस्तोगी, महासचिव साबिर हुसैन, सेंट्रल बार के अध्यक्ष शिव शर्मा, सिविल बार की अध्यक्ष स्नेहलता तिवारी, उपाध्यक्ष अनवार अहमद, सेंट्रल बार के सचिव सैयद मोहम्मद उरुज, किशनलाल, अश्वनी सिंह, हेमंत मिश्र, ईश्वर दयाल पासवान, अशोक शर्मा ने विचार व्यक्त किए।